Ghazipur News: 10 सितंबर की रात गाजीपुर (Ghazipur) सिटी और गाजीपुर घाट स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर लगभग तीन मीटर तक गिट्टियां रख दी गईं। प्रयागराज-बलिया पैसेंजर ट्रेन इन गिट्टियों से गुजर गई। इस बीच, कुछ लोगों ने ट्रेन के इंजन पर पत्थर भी मारा। लोको पायलट ने घाट स्टेशन पहुंचने पर इस घटना की जानकारी दी, जिससे स्टेशन मास्टर पवन कुमार ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आरपीएफ गाजीपुर सिटी थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
आरपीएफ और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
आरपीएफ ने इस घटना की जानकारी जनपद पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार राय के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। सूचना मिली कि तीन युवक रात 9 बजे के आसपास घटनास्थल के पास आकर बैठते हैं और नशा करते हैं। टीम ने तुरंत रेलवे ओवरब्रिज के पास पहुंच कर तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान चक फैज छतरी निवासी दानिश अंसारी (18), सोनू कुमार (20) और आकाश कुमार (22) के रूप में हुई।
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जांच में हुए चौंकाने वाले खुलासे
पूछताछ में तीनों ने बताया कि वे रोजाना रात 9 बजे के आसपास नशा करते थे और गांजे के नशे में ही पटरी पर गिट्टियां रखी थीं। इसके अलावा, उन्होंने ट्रेन के इंजन पर पथराव भी किया था। बृहस्पतिवार को तीनों को रेलवे मजिस्ट्रेट वाराणसी के समक्ष पेश किया गया, जहां उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
सुरक्षा को लेकर निर्देश जारी
इस घटना की जानकारी के बाद जनपद पुलिस भी सक्रिय हो गई। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार और सीओ सुधाकर पांडेय ने बुधवार की रात सिटी रेलवे स्टेशन स्थित आरपीएफ पोस्ट पर बैठक की और रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए। एसपी सिटी ने कहा कि रेलवे ट्रैक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित पेट्रोलिंग की जाए और यदि कहीं ट्रैक पर कुछ संदिग्ध सामान मिले, तो तुरंत कार्रवाई की जाए। इसके बाद आरपीएफ जवानों ने सिटी रेलवे स्टेशन से घाट तक रेलवे ट्रैक की पेट्रोलिंग की और ट्रैक के किनारे रहने वालों का सत्यापन करके सूची तैयार करने को कहा।
पिछले घटनाओं पर एक नजर
इस घटना से पूर्व 17 अगस्त को कानपुर के पनकी में साबरमती एक्सप्रेस के बोल्डर से टकराने की घटना हुई थी, जिसमें ट्रेन के सभी डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हालांकि, इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई थी, लेकिन एक लोहे का एंगल मिला था। इस मामले की जांच भी इसी एंगल से की जा रही है। कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की साजिश ने सुरक्षा और जांच एजेंसियों के सामने एक बड़ी चुनौती पेश की है। यह संभावित आतंकी साजिश की ओर इशारा करती है, जिससे संबंधित जांच एजेंसियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
रेलवे ट्रैक पर गिट्टियां रखना और पथराव करना न केवल सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत गंभीर अपराध है, बल्कि यह यात्रियों की जान को भी खतरे में डालता है। रेलवे ट्रैक पर नियमित पेट्रोलिंग, स्थानीय निगरानी, और तत्काल कार्रवाई की जरूरत को देखते हुए यह स्पष्ट है कि सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
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