कानपुर संवाददाता- रिज़वान…
जिस बेटी के दहेज के पैसे बचाने को मरहूम पिता ने रोका था, अपने कैंसर का इलाज, उसी को पति ने एक झटके में दे दिया तलाक…
कानपुर: सउदी अरब में ड्राईवर की नौकरी कर रहे शौहर ने अपनी पत्नी को फोन पर ही तीन तलाक दे डाला। पत्नी का कसूर सिर्फ इतना था कि उस मजलूम ने घरेलू फंक्शन के लिये आई ब्रो बनवा ली थी। शादी के महज 21 महीने बाद ही फोन पर तीन तलाक दिये जाने से पीड़िता समेत उसका पूरा परिवार सदमे में है। मामला बादशाहीनाका थानाक्षेत्र का है। पीड़िता का आरोप है कि पति को लगातार भड़काने में उसके सास-ससुर और ससुरालियों का बड़ हाथ है। आरोप ये भी है कि पुलिस मामले को हल्के में ले रही। लंबा समय बीतने के बावजूद आरोपी ससुरालियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
शादी में खर्चे में कोई कमी नहीं रखी…
कुली बाजार में रहने वाली पीड़ित युवति ने बताया कि जनवरी 2022 में ही उसके माता-पिता ने प्रयागराज के कोहना फूलपुर निवासी मोहम्मद इस्लाम के पुत्र मो. सालिम से उसका विवाह किया था। पीड़िता और उसकी मां का कहना है कि कुली बाजार में किराये के एक कमरे वाले मकान में रहते हुये भी उनके कैंसर पीड़ित पति स्व. मंजूर आलम ने अपना इलाज ना कराकर बेटी के दहेज के लिये पैसे जोड़े थे, जिससे कि वो शादी के बाद हंसी-खुशी जिंदगी बिता सके। एकलौती बेटी की शादी में जीवन भर की कमाई दे दी। पीड़िता की मां के अनुसार शादी में खर्चे में कोई कमी नहीं रखी, इसके बावजूद विवाह के तीन महीने बाद ही जब बेटी का पति सालिम नौकरी के लिये सउदी गया, तब से ही उसकी सास मुजफ्फरी, नंद रूखसार, देवर सैफ और साकिब व ससुर बेटी को जमकर सताने लगे।
तीन बार तलाक बोल कर तलाक दे डाला…
दहेज के तौर पर एक मारूति कार मांगने लगे। इसी बीच बेटी के पिता मंजूर आलम की कैंसर से मौत हो गई। लाचार परिवार और दहेेज या कार देने में अक्षम साबित हुआ। इसपर मायके में अमानवीय किस्म की बंदिशें लगाने लगे। फिर पति ने खुद ही फोन करके बेटी को मायके जाकर रहने को कहा। इस बीचबीते अगस्त में चार महीनों के लिये पति वापस आया। बेटी-दामाद खुशी-खुशी साथ रहे। पर दामाद के वापस जाते ही फिर से ससुराली उसको सताने लगे। फोन पर दामाद को उसकी पत्नी के लिये झूठी बातें कहकर भड़काने लगे। यहां बेटी को फिर से सताने लगे। इसपर बेटी फिर से मायके आ गई। इसी बीच बीते 4 अक्टूबर को ही दामाद ने मायके में रह रही पत्नी को वीडियो काल कर दी। ये एक फैमली फंक्शन का समय था।
लाख समझाने के बावजूद नहीं माना…
बता दे कि वीडियों काल पर पत्नी को आई ब्रो अनवाये देखकर दामाद मो. सालिम अचानक भड़क गया। उसने वीडियो काल काटकर वायस काल की और भौं बनवाकर नाफरमानी करने के आरोप में बेटी को फोन पर ही तीन बार तलाक बोल कर तलाक दे डाला। इतनी सी बात पर तीन तलाक दे डालने पर पीड़िता उसका पूरा घर हतप्रभ रह गया। लाख समझाने के बावजूद नहीं माना। ससुरालियो ने और भड़काया। तक पीड़िता ने पहले आईजीआरएस के माध्यम से पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, फिर कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर एप्लीकेशन भी दी। फिर कई दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस केवल आरोपियों को नोटिस भेजकर बैठ गई है। कोई भी कार्रवाई तीन हफ्तों से नहीं की गई।
इस बीच आरोपी ससुराल वाले खुद ही शरिया अदालत पहुंच गये। अनाथ हो चुकी पीड़िता की मां के अनुसार ससुराली अब अनाथ बेटी को उसका बाकी जीवन बिताने के लिये कुछ भी वापस देने को तैयार नहीं। उसका जीवन कैसे कटेगा? पुलिस भी यूं ही बैठी है। बेटी सदमें में हैं।