Lok sabha Election 2024 : उत्तर प्रदेश की सबसे हॉट सीटों में से एक रायबरेली और अमेठी लोकसभा क्षेत्र में शुरु से ही गांधी परिवार का कब्जा रहा है.इन दोनों सीटों को कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है.यही वजह है कि,दिल्ली की कुर्सी पर भले किसी पार्टी का प्रधानमंत्री बैठा हो लेकिन रायबरेली और अमेठी सीट पर तो गांधी परिवार का ही कब्जा किसी जमाने में रहा करता था.अब जब देश में 18वीं लोकसभा चुनाव के दो चरण के मतदान समाप्त हो चुके हैं और तीसरे चरण के मतदान की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही है लेकिन अमेठी और रायबरेली सीट पर नामांकन के आखिरी दिन से पहले कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार की घोषणा करना एक नई चाल है।
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गांधी परिवार ने पारिवारिक करीबी पर दिखाया भरोसा
साल 1952 में पहली बार रायबरेली लोकसभा सीट अस्तित्व में आई थी और आंकड़ों के हिसाब से कांग्रेस यहां पर अब तक सबसे कामयाब पार्टी रही है.कांग्रेस ने इस बार लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट पर गांधी परिवार के बेहद करीबी और भरोसेमंद किशोरी लाल शर्मा को उम्मीदवार बनाया है जबकि अमेठी सीट से 2019 में हार चुके राहुल गांधी इस बार अपनी किस्मत आजमाने रायबरेली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
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2018 में कांग्रेस को छोड़ BJP में आए दिनेश प्रताप सिंह
रायबरेली में राहुल गांधी का सामना बीजेपी उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह से है.दिनेश प्रताप सिंह योगी सरकार में राज्य मंत्री हैं जो 2018 में कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में आए थे.2019 में उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के सामने चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था लेकिन रायबरेली में वो दूसरे नंबर पर आए थे।दिनेश प्रताप सिंह साल 2022 में बीजेपी के टिकट पर रिकॉर्ड वोटों से जीतकर तीसरी बार एमएलसी बने थे.इससे पहले साल 2010 और साल 2016 में दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस के टिकट पर एमएलसी बने थे।
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“जो भी गांधी रायबरेली आएंगे,वे हारेंगे”
भले रायबरेली क्षेत्र गांधी परिवार का गढ़ रहा लेकिन बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे दिनेश प्रताप सिंह अपनी जीत को लेकर काफी ज्यादा आश्वस्त हैं.बीजेपी से उम्मीदवारी घोषित होने पर दिनेश प्रताप सिंह ने कहा, मैं देश को आश्वस्त करता हूं कि,रायबरेली से ‘नकली’ गांधी परिवार की विदाई तय है.ये तय है कि बीजेपी का ‘कमल’ खिलेगा और कांग्रेस हारेगी.दिनेश प्रताप सिंह ने कहा,मैंने 4 बार की सांसद सोनिया गांधी के खिलाफ भी चुनाव लड़ा है इसलिए प्रियंका,राहुल गांधी मेरे लिए महत्वपूर्ण नहीं हैं….जो भी गांधी रायबरेली आएंगे,वे हारेंगे।
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2019 में सोनिया गांधी को दी थी कड़ी टक्कर
राहुल गांधी पहली बार रायबरेली सीट से चुनाव लड़ेंगे.लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को अब तक 17 बार यहां पर जीत मिली है जबकि एक ही बार जनता पार्टी के उम्मीदवार को जीत मिली है.रायबरेली लोकसभा सीट पर चुनाव जीतने के लिए भाजपा इस बार शुरु से ही जोक-आजमाइश में जुटी हुई है.
दिनेश प्रताप सिंह को टिकट मिलने से पहले तक कयास लगाए जा रहे थे कि,भाजपा यहां से वरुण गांधी तो कभी सपा से बीजेपी में आए मनोज कुमार पांडेय को दे सकती है लेकिन बुधवार को इन सभी अटकलों पर विराम लग गया और 2019 के बाद एक बार फिर से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने दिनेश प्रताप सिंह पर भरोसा जताया है इसका कारण ये है कि,उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी को कड़ी टक्कर दी थी.फिलहाल इस बार भी उनके सामने गांधी परिवार का ही सदस्य है भले वो राहुल गांधी हैं लेकिन उनको एक बार फिर यहां से कड़ी टक्कर मिलने वाली है।