प्रदेश में आफत की बारिश जारी है। बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग , भटवाड़ी से 500 मीटर आगे , मलबा गिरने के कारण सुबह से यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।
उत्तरकाशी में भूस्खलन से मलबा गिरने और उसके जमा होने की वजह से गंगोत्री-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया। इसकी जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को दी। उत्तरकाशी के जिला प्रशासन के अनुसार, इससे गंगोत्री धाम यात्रा के भक्तों के लिए बाधा उत्पन्न हो गई है, जो अब मार्ग पर फंसे हुए हैं। बता दे कि आज सुबह चमोली जिले में लैंडस्लाइड हुआ है। चमोली में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर नंदप्रयाग और छिनका में भूस्खलन हुआ। इसके बदरीनाथ की ओर जाने और वापस आने का मार्ग बंद पड़ा है।
5-6 घरों में पानी और मलबा घुस गया…
टिहरी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, ब्रिजेश भट्ट ने कहा कि गदेरे नदी के बढ़ते जल स्तर के कारण, 5-6 घरों में पानी और मलबा घुस गया। उन्होंने बताया कि 15-16 परिवारों की करीब 0.250 हेक्टेयर कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हो गई है। हालांकि, किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। लोक निर्माण विभाग घनसाली और राजस्व टीम मौके पर पहुंचकर राहत कार्य की निगरानी कर रही हैं।
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इस साल बार-बार बाधित हो रही चारधाम यात्रा…
इस साल मानसून की बारिश ने चारधाम यात्रा पर बहुत ज्यादा प्रभाव डाला है। 22 अप्रैल को शुरू हुई चारधाम यात्रा के लिए बारिश खलनायक की तरह रही है। मानसून से पहले चारों धामों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही थी। लेकिन जब से मानसून की बारिश ने यात्रा मार्गों को आए दिन बाधित करना शुरू किया, चारधाम यात्रा का रंग भी फीका होने लगा। मानसून से पहले अकेले केदारनाथ धाम में रोजाना 15 से 20 हजार तक श्रद्धालु पहुंच रहे थे। प्रशासन को तीर्थ यात्रियों से अनुरोध करना पड़ रहा था कि इतनी अधिक संख्या में ना आएं। लेकिन अब मानसून सीजन में रोजाना औसतन 4 हजार श्रद्धालु ही चारों धामों में मिलाकर पहुंच रहे हैं।
सीएम धामी ने जताया दुख…
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा, “उत्तरकाशी-गंगोत्री राजमार्ग पर मलबे की चपेट में आने से 3 वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिस कारण वाहन में सवार चार लोगों के हताहत एवं कुछ लोगों के घायल होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है। जिला प्रशासन व SDRF द्वारा राहत एवं बचाव कार्य जारी है, और घायलों को समुचित उपचार प्रदान किया जा रहा है।” उन्होंने कहा, “ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु प्रार्थना करता हूं. समस्त देवतुल्य जनता से मेरा अनुरोध है कि भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा करने से बचें।”