Gorakhpur Crime News:अगर आप जमीन की खरीद फरोख्त करते हैं। तो सावधान हो जाइए।क्योंकि नकली स्टांप का कारोबार करने वाला गैंग सक्रिय है।हालांकि गोरखपुर पुलिस ने फर्जी स्टाम्प का कारोबार करने वाले एक गैंग का खुलासा करते हुए। गैंग सरगना सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से करोड़ो रूपये के नकली स्टांप,,स्टांप छापने वाला लैपटॉप, प्रिंटर,स्कैनर मशीन सहित तमाम सामानों को बरामद किया है।आपको बतादे की यह गैंग फर्जी स्टांप को छाप कर वेंडरों के माध्यम से उसे कचहरी में सप्लाई करता था। पुलिस ने गैंग के सरगना मोहम्मद कमरुद्दीन सहित 7 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।
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आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया
घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी गोरखपुर ने बताया कि जनवरी 2024 में कलेक्ट्री कचहरी के एक वकील ने कैंट पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनके द्वारा कचहरी के एक वेंडर से 53 हजार रुपए का स्टांप खरीदा गया था। बाद में जब उसे वापस करने के लिए।जब वह वेंडर के पास गए। तो उसने बताया कि यह स्टाफ मेरे यहां से नहीं खरीदा गया है। तब वकील को शंका हुई और उन्होंने इसकी सूचना कैंट पुलिस को दिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए।इसके खुलासे के लिए एसआईटी टीम का गठन किया गया। जिसमें सर्विसलांस सेल,एसओजी टीम सहित स्थानीय पुलिस को लगाया गया था।इस घटना में शामिल गोरखपुर के एक वेंडर को जनवरी 2024 में ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
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25 हजार रुपये के नगद इनाम देने की घोषणा
हालांकि पूछताछ के दौरान कुछ और लोगो नाम सामने आये थे।फिर कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने इस पूरे गैंग का खुलासा करते हुए।गैंग के सरगना मोहम्मद कमरुद्दीन और साहेबजादे को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। जो सिवान बिहार के रहने वाले हैं।पुलिस इनकी निशानदेही पर प्रिंटर, स्कैनर,पेपर कटिंग मशीन, सहित तमाम समानो को बरामद किया है।जिसे नकली स्टाम्प और नकली नोट छापने के लिए यह लोग इस्तेमाल करते थे। पुलिस ने इनके पास से करोड़ो रूपये का फर्जी स्टाम्प बरामद किया है।गैंग का मुख्य सरगना मोहम्मद कमरुद्दीन 1986 में भी नकली स्टाम्प छापने के आरोप में जेल जा चुका है।अपने ससुर से इसने फर्जी स्टाम्प छापने की शिक्षा लिया था।बाद में अपने नाती साहेबजादे को भी इसने फर्जी स्टाम्प सामने की शिक्षा दिया।वही घटना का सफल अनावरण करने वाली टीम को एसएसपी ने 25 हजार रुपये के नगद इनाम देने की घोषणा किया है।
दोनों गिरफ्तार अभियुक्त सिवान बिहार के रहने वाले
प्रेसवार्ता के दौरान ssp ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में मोहम्मद कमरुद्दीन गैंग का सरगना है।और इसके नाती साहेबजादे को भी गिरफ्तार किया गया है।दोनों गिरफ्तार अभियुक्त सिवान बिहार के रहने वाले है। इसके अलावा पांच वेंडरों को भी गिरफ्तार किया गया है जिसमें राम लखन जायसवाल थाना कोतवाली जनपद गोरखपुर, ऐश मोहम्मद थाना कसया जनपद कुशीनगर, रविंद्र दीक्षित थाना पडरौना जनपद कुशीनगर,संतोष गुप्ता थाना भाटपार जनपद देवरिया और नन्दू उर्फ नंदलाल थाना पडरौना जनपद कुशीनगर के रहने वाले हैं।
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फर्जी स्टांप,फर्जी करेंसी छापकर सप्लाई करते थे
पुलिस ने इनकी निशानदेही पर एक करोड़ 52 हजार रुपए के नकली स्टांप जिसमें 1000, 5000,10000, 20000 और 25000 के स्टांप जो बिहार और उत्तर प्रदेश में खपत करते है।उसको बरामद किया है। इसके साथ ही 1 रुपये,2 रुपए,5 रुपये और 10 का फर्जी टिकट,एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, प्रिंटर व स्कैनर मशीन जो लकड़ी की बनी हुई।स्टाम्प और करेंसी नोट छापने के लिए विभिन्न कंपनियों के इंक 100 पैकेट, पेपर कटर मशीन और सादा कागज बरामद किया है। यह लोग फर्जी स्टांप,फर्जी करेंसी छापकर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर देवरिया, कुशीनगर सहित अन्य जनपदों व बिहार राज्य में वेंडरों के माध्यम से सप्लाई करते थे।
इस गैंग में शामिल कुछ और लोगों का भी नाम सामने आया है।जिसको गिरफ्तार करने के लिए गोरखपुर और बिहार की पुलिस लगी हुई है।वहीं घटना का सफल अनावरण करने वाली टीम को एसएसपी गोरखपुर ने 25000 रुपए नगद इनाम देने की घोषणा किया है। साथ ही उच्च अधिकारियों को अवगत कराकर बड़ी राशि इनाम के तौर पर दिलाने की बात कही है।