G20 summit 2023: भारत अगले सप्ताह नई दिल्ली में विशाल जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक आदि भी भारत आएंगे। G20 समिट में 30 से ज्यादा देश शामिल होने वाले हैं। वही चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग कथित तौर पर शिखर सम्मेलन से अनुपस्थित रहेंगे, चीनी प्रधान मंत्री ली कियांग 9-10 सितंबर को बीजिंग का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
स्पष्ट कारणों का नहीं लगा पता
चीन के सूत्रों की मानें तो उन्हें चीनी अधिकारियों की ओर से सूचित किया गया था कि उन्हें अब तक इस बात की स्पष्ट जानकारी नहीं है कि आखिर शी इस बैठक से किनारा क्यों कर रहे हैं।वही चीन के चालबाजी भरे मैप से हो रहा नया विवाद गौरतलब है कि, चीन ने हाल ही में एक कथित स्टैंडर्ड मैप जारी किया है, जिसको लेकर भारत ने बहुत ही सख्त प्रतिक्रिया दिखाई है। बाद में चीन की ओर से यह कहकर अपनी हरकतों पर पानी डालने की कोशिश की गई है कि इस तरह के मैप एक रुटीन प्रक्रिया का हिस्सा है, भारत को उसे ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन होंगे शामिल
वही भारत में होने वाली जी20 बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन शामिल होंगे और इसकी पुष्टि हो चुकी है। शी जिनपिंग को लेकर शुरू से ही आशंका व्यक्त की जा रही है कि वो शामिल होंगे या नहीं। वही इस बैठक को जो बाइडेन और शी जिनपिंग के मिलने के अवसर के रूप में भी देखा जा रहा है, अमेरिका और चीन के बीच ताइवान को लेकर तल्खी चल रही है। वहीं चीन के हालिया नक्शे को लेकर भारत के साथ भी ड्रैगन के रिश्तों में खटास देखी जा रही है।
जी20 शिखर सम्मेलन में 30 से अधिक देश होंगे शामिल
आपको बता दे कि, नई दिल्ली में आयोजित होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक आदि भी भारत आएंगे। वही G20 समिट में 30 से ज्यादा देश शामिल होने वाले हैं। गौरतलब है कि 20 देश इसमें शामिल होंगे, लेकिन कई देशों को गेस्ट के तौर पर बुलाया जाएगा।
जी20 शिखर सम्मेलन में वायुसेना का रखेगा पहरा
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बैठक में हमने निर्णय लिया है कि नौ और 10 सितंबर को सम्मेलन के दौरान दिल्ली के ऊपर हवाई क्षेत्र की सुरक्षा का ध्यान भारतीय वायुसेना द्वारा रखा जाएगा। हवाई क्षेत्र और दिल्ली हवाई अड्डे की सुरक्षा से संबंधित सभी एजेंसियां समन्वय में काम करेंगी।