लखनऊ संवाददाता- Mohd Kaleem
लखनऊ: बंगलुरु के मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर 60 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। आरोप विभूतिखंड समिट बिल्डिंग में एस ग्रुप के नाम से प्लेसमेंट एजेंसी संचालकों पर है। जिनके खिलाफ पहले भी विभूतिखंड कोतवाली में मुकदमे दर्ज है। धोखाधड़ी में शामिल सगे भाइयों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि गिरोह का सरगना फरार है।
धोखाधड़ी में शामिल सगे भाई गिरफ्तार, गिरोह का सरगना फरार…
महाराष्ट्र पालघर निवासी डॉ धर्मेश कल्पनाथ सिंह पत्नी के साथ एमडी कोर्स में दाखिला लेने के लिए समिट बिल्डिंग स्थित एस ग्रुप के सर्वेश शुक्ला से सम्पर्क किया था। जिसने बंगलुरु स्थित सरस्वती कॉलेज में दाखिला दिलाने का भरोसा दिया। दो सीट के लिए करीब 60 लाख रुपये का खर्च बताया गया। भरोसा जीतने के लिए आरोपियों ने कई लोगों से बात कराई। जिन्होंने मेडिकल कॉलेज में एस ग्रुप के जरिए एडमिशन मिलने की बात कही। झांसे में फंस कर धर्मेश ने सर्वेश शुक्ला के कहने पर करीब 160 लाख रुपये अकाउंट में ट्रांसफर किए। लेकिन उन्हें कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल सका।
पहले भी कई लोगों से धोखाधड़ी की है…
इस बीच सर्वेश शुक्ला, उसके साथी राजन मिश्रा, आशीष दुबे और अशोक कुमार ने फोन रिसीव करना बंद कर दिया। धर्मेश पड़ताल करने के लिए समिट बिल्डिंग पहुंचे। जहां दफ्तर बंद होने का पता चला। वह विभूतिखंड कोतवाली में शिकायत करने गए। जहां जानकारी मिली कि एस ग्रुप ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला कराने के नाम पर पहले भी कई लोगों से धोखाधड़ी की है। गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है और अन्य की तलाश की जा रही है। इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि धर्मेश की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।