लखनऊ संवाददाता :मुहम्मद कलीम
लखनऊ: शाहजहांपुर के दवा व्यापारी के नाम और दस्तावेज का इस्तेमाल कर एचडीएफसी बैंक में अकाउंट खोला गया। जिसमें धोखाधड़ी कर हासिल किए गए रुपये भी जमा किए गए। पीडि़त ने गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
शाहजहांपुर कलान निवासी व्यापारी ऋषभ गुप्ता के मुताबिक 19 जुलाई को रोहतक निवासी लोकेश यादव ने उन्हें फोन किया। लोकेश ने बताया कि उनके बेटे की नौकरी लगवाने का झांसा देते हुए पांच लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है। ठगों ने जिस अकाउंट में रुपये जमा कराए हैं। वह ऋषभ गुप्ता के नाम पर है। हरियाणा पुलिस का फोन आने के बाद व्यापारी शाहजहांपुर के जलालाबाद एचडीएफसी बैंक पहुंच कर पूछताछ की।
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ऋषभ को बैंक कर्मियों ने बताया कि विपुलखंड एचडीएफसी ब्रांच में अकाउंट खोला गया है। परेशान ऋषभ ने विपुलखंड स्थित ब्रांच पहुंच कर छानबीन की। वहां पता चला कि पैन और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर तीन सितंबर 2022 को खाता खुलवाया गया है।
पीडि़त ने एसीपी गोमतीनगर कार्यालय में शिकायत की थी। जहां से मिले आदेश के बाद गोमतीनगर थाने में धोखाधड़ी और जाली दस्तावेज बनाने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मौरंग खनन का ठेका दिलाने का दावा कर व्यापारी से ढाई करोड़ की धोखाधड़ी
लखनऊ संवाददाता: मुहम्मद कलीम
लखनऊ: गोमतीनगर कोतवाली में व्यापारी ने ढाई करोड़ की धोखाधड़ी किए जाने का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी ने मौरंग खनन का ठेका दिलाने का दावा कर रुपये लिए थे।विशालखंड निवासी अशोक सिंह की पहचान रविंद्र सिंह से है। कुछ वक्त पूर्व रविंद्र ने बताया कि मौरंग खनन के ठेके में अच्छा मुनाफा है।
35 लाख रुपये दिए
आप मदद करो तो ठेका मिल सकता है। रविंद्र की बातों में फंस कर अशोक ने 35 लाख रुपये दिए। जिससे टेण्डर डाला गया। आरोपी रविंद्र ने कुछ वक्त बाद बताया कि टेण्डर मिल गया है। लेकिन काम शुरू करने के लिए दो करोड़ रुपये और खर्च होंगे। आरोपी के कहने पर अशोक ने प्रकाश इंफ्रावेंचर के खाते में रुपये जमा कराए। एक हफ्ते बाद ही रविंद्र ने एक लेटर दिखाया। जिसमें मौरंग खनन का ठेका अशोक और रविंद्र को मिलने की बात लिखी थी। कागज मिलने पर व्यापारी को विश्वास हो गया। जिसका फायदा उठाते हुए रविंद्र ने 50 लाख रुपये खाते में फिर से जमा कराए।
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मुकदमा दर्ज
अशोक के कई बार कहने के बाद भी रविंद्र ने उसे साइट नहीं दिखाई। जिसके कारण व्यापारी को संदेह हुआ। रविंद्र के दिए लेटर की जांच कराने पर फर्जीवाड़े का पता चला। काफी कहासुनी के बाद आरोपी ने 35 लाख रुपये लौटाए। वहीं, बचे हुए रुपये देने से मुकर गया। जिससे परेशान होकर अशोक सिंह ने गोमतीनगर कोतवाली में रविंद्र सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।