उ0प्र (अलीगढ़): संवाददाता- नितेश महेश्वरी
Aligarh: अलीगढ़ के भुजपुरा इलाके के एस के लॉज स्थित मदरसे वाली गली आशिक अली रोड के पास एक खाली प्लॉट का दरवाजे के साथ गेट गिरने से हुए दर्दनाक हादसे के बाद इलाके में अपरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। जिसके बाद स्थानीय लोगों के द्वारा इसकी सूचना क्षेत्रीय पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस के द्वारा घायलों को जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। जहां एक बच्चे की मौत हो गई है। इसके साथ ही तीन अन्य लोग जिंदगी और मौत के बीच जूझते हुए नजर आ रहे है।
अलीगढ़ जिले की ऊपरकोट कोतवाली क्षेत्र के भुजपुरा निवासी युवक मोहम्मद मतीन का इस हादसे को लेकर कहना है कि उनके घर के सामने पिछले करीब 10-12 वर्षों से आशिक अली रोड पर खाली पड़े प्लॉट में दीवार के सहारे एक लोहे का दरवाजा लगा हुआ था। खाली प्लॉट में दीवार के सहारे लगे इसी लोहे के दरवाजे के अचानक गिरने के चलते उसके परिवार के 4 बच्चें लोहे के दरवाजे ओर दीवार के मलबे के नीचे दब गए। जिस हादसे में उसके परिवार के एक 8 वर्षीय बच्चे अक्षया की मौके पर ही मौत हो गई।
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खाली प्लॉट के पास खेल रहे थे बच्चे
मोहम्मद मतीन का कहना है कि हादसे के दौरान उसके परिवार की चारों बच्चें उस खाली प्लॉट के पास खेल रहे थे। तभी खाली प्लॉट के पास खेल रहे तीनों बच्चों के ऊपर खाली प्लॉट की दीवार और लोहे का दरवाजा भर भराकर चारों बच्चों के ऊपर गिर गयी। बच्चों के ऊपर लोहे का दरवाजा और दीवार गिरते ही बच्चों ने अपने आपको बचाने के लिए चीख पुकार मच गई। बच्चों के शोर की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंचे लोगों के द्वारा क्षेत्रीय पुलिस को दरवाजे के नीचे चार बच्चों के दबे होने की सूचना दी गई।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। उससे पहले ही स्थानीय लोगों के द्वारा दरवाजे और दीवार के मलबे के नीचे दबे चारों बच्चों को निकाल कर उपचार के लिए अस्पताल ले जाने लगे। तभी रास्ते में 8 वर्षीय बच्ची अक्षया की मौत हो गई। तो वही मकान के मलबे के नीचे दबे एक ही परिवार के तीन बच्चों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में लोगों द्वारा भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने तीनों बच्चों की हालत को गंभीर देखते हुए एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां गंभीर हालत के बीच तीनों बच्चों का उपचार जारी है। तो वही 8 वर्षीय बच्ची की मौत के बाद पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि जिस खाली प्लॉट में बच्चों के साथ यह हादसा हुआ है।
पहले भी गिर चुकी थी दीवार
इससे पहले भी इस खाली प्लॉट की दीवार गिर चुकी थी। जिसकी शिकायत स्थानीय लोगों के द्वारा प्लॉट मालिक से की थी। लेकिन शिकायत के बावजूद भी प्लॉट मालिक के कानों पर जूं नहीं रेंगी और उसके द्वारा उनके इस मामले पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई। इसी का नतीजा है कि एक बार फिर खाली प्लॉट मालिक की लापरवाही के चलते चार बच्चे उसकी दीवार के सहारे लगे लौहे के दरवाजे और मलबे के अंदर दब गए। जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई। जबकि तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल है।