Punjab: पंजाब (Punjab) के कई जिलों में हो रही भारी बारिश ने कई जगहों पर तबाही मचा दी है. होशियारपुर जिले के माहिलपुर ब्लॉक के कस्बा जेजों में एक बड़ा हादसा हुआ, जहां बारिश के चलते आई बाढ़ में एक इनोवा गाड़ी बह गई. इस गाड़ी में हिमाचल प्रदेश के 11 लोग सवार थे, जिनमें से 10 लोग पानी के तेज बहाव में डूब गए. इस हादसे के बाद प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.
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शादी में शामिल होने जा रहे थे परिवार के सदस्य
बताते चले कि हादसे का शिकार हुआ परिवार हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले का निवासी था. मिली जानकारी के मुताबिक, दीपक भाटिया नामक व्यक्ति अपने परिवार के साथ नवांशहर में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे थे. परिवार के 10 सदस्य इनोवा गाड़ी में सवार होकर निकले थे, जिनमें दीपक भाटिया के पिता सुरजीत भाटिया, माता परमजीत कौर, चाचा सरुप चंद, मासी बंदर और शिनो, बेटी भावना (18), बेटा अंकु (20), बेटा हरमीत (12) और एक ड्राइवर शामिल थे.
अचानक आई बाढ़ में बह गई गाड़ी
हिमाचल प्रदेश की सीमा पार कर यह परिवार जब जेजों के चौ में से गुजर रहा था, तभी अचानक आई बाढ़ ने उनकी गाड़ी को कीचड़ में धंसा दिया. इसके बाद पानी का बहाव इतना तेज हो गया कि गाड़ी बहने लगी. इस हादसे में गाड़ी में सवार लोगों को निकलने का मौका तक नहीं मिला और सभी पानी में बह गए. इस हादसे के बाद बचाव दल ने मौके पर पहुंचकर एक व्यक्ति को बचा लिया, जबकि 10 अन्य लोग डूब गए.
6 शव बरामद, चार लोग अभी भी लापता
राहत और बचाव कार्य के दौरान छह लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि अन्य चार लोग अभी भी लापता हैं. प्रशासन और पुलिस की टीम लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई है। इस हादसे के बाद से इलाके में शोक का माहौल है, और मृतकों के परिवारों में गहरा दुख व्याप्त है.
प्रशासन की अपील: सतर्क रहें और सुरक्षित स्थान पर रहें
आपको बता दे कि इस भयानक हादसे के बाद प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे भारी बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी प्रकार की नदी-नालों के पास जाने से बचें. मौसम विभाग ने भी अगले कुछ दिनों में और बारिश की संभावना जताई है, जिसके चलते प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.इस हादसे ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया, बल्कि क्षेत्र में रहने वाले लोगों को भी गहरा झटका दिया है. भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की कोशिशें जारी हैं, लेकिन इस हादसे ने एक बार फिर से प्राकृतिक आपदाओं के खतरों को उजागर किया है.