Lakhimpur kheri Flood News: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur kheri) जिले में बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जिले के करीब 150 गांव अब तक बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। निघासन इलाके में रानीगंज बंधा कटने से लगभग 30 गांव के निवासियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। पलिया-भीरा मार्ग पर निर्माणाधीन पुलिया कट जाने से आवागमन बाधित हो गया है।
अतरिया रेलवे क्रॉसिंग के पास मेलाघाट जाने वाले रास्ते पर अब नाव से यात्रा की जा रही है। बिजुआ, फूलबेहड़, धौरहरा, संपूर्णानगर, पलिया और निघासन इलाकों के बाढ़ पीड़ितों की जिंदगी अब सड़क किनारे और छतों पर गुजर रही है। आवश्यक वस्तुओं की किल्लत ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। प्रशासन ने बाढ़ के पानी में फंसे धौरहरा और बिजुआ इलाके के 24 लोगों को रेस्क्यू किया है।
शारदा नदी के किनारे फंसे ग्रामीण
लखीमपुर खीरी में शारदा नदी के पास 250 ग्रामीण बाढ़ के पानी में फंस गए हैं। धौरहरा तहसील के समदहा और रैनी गांव के ये निवासी करीब 20 साल से नदी के पार खेतों में झोंपड़ी डालकर रह रहे थे। एसडीएम राजेश कुमार ने चार मोटरबोट के साथ एनडीआरएफ टीम को रेस्क्यू के लिए भेजा। एनडीआरएफ टीम ने 18 ग्रामीणों को सुरक्षित निकाल लिया। रेस्क्यू किए गए ग्रामीणों में विनय, नागेश्वरी, बृजरानी, जूली, रंगी लाल, छोट्टा, रामावती, रामू, देशराज, ममता, शोभित, पुष्पा, गोविंद, चांदनी, अनुराग, गोपाल, अशोक और राजेश शामिल हैं। बाकी ग्रामीण पानी कम होने का हवाला देकर बाहर नहीं आ रहे हैं। प्रशासनिक टीम उन्हें समझाने का प्रयास कर रही है।
बुनियादी सुविधाओं की कमी
समदहा गांव के निवासियों ने बताया कि उन्हें अब तक कोई बुनियादी सुविधाएं नहीं मिली हैं। एसडीएम राजेश कुमार और तहसीलदार सहित राजस्व टीम ने बाढ़ पीड़ितों को लंच पैकेट वितरित किए हैं। एसडीएम ने बताया कि लंच पैकेट का वितरण बाढ़ प्रभावित समदहा, रैनी, स्वर्ग लोक, गनापुर डुडकी, परसा, चकदहा सहित 18 गांवों में किया गया है।
नए इलाकों में बढ़ा बाढ़ का खतरा
रानीगंज के पास बंधा कटने से बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। हालांकि 20 गांवों में बाढ़ का पानी कम हो रहा है, लेकिन पानी का रुख पूरब की ओर होने से 30 से अधिक गांव प्रभावित हो गए हैं। शारदा नदी से जुड़े रानीगंज के पास घाघी नाला कटने और शारदा का जलस्तर घटने से झौआपुरवा, खमरिया, पुरैना, मदनापुर, लालबोझी गांवों में पानी कम हुआ है, लेकिन लुधौरी के पूरब और दक्षिण तरफ बसे गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है। लुधौरी के लोग साप्ताहिक बाजार में पड़ी टीनशेड के नीचे गुजर-बसर कर रहे हैं। पीड़ितों का आरोप है कि अब तक कोई भी सरकारी सहायता और लंच पैकेट नहीं मिले हैं।
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करसौर में फंसे ग्रामीणों का रेस्क्यू
बिजुआ के ग्राम पंचायत करसौर में नदी के टापू पर फंसे छह ग्रामीणों को एसडीएम गोला विनोद कुमार गुप्ता और तहसीलदार सुखबीर सिंह की मौजूदगी में एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। हेमनाथ, राधेश्याम, सूबेदार, रामबिलास, युवराज सिंह और अवधेश नामक ग्रामीण अपने पशुओं के साथ टापू पर फंसे हुए थे। प्रधान की सूचना पर एनडीआरएफ टीम ने सभी छह लोगों को सुरक्षित निकालकर उनके घरों तक पहुंचाया। लखीमपुर खीरी में बाढ़ की समस्या गंभीर बनी हुई है। प्रशासनिक और राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं, लेकिन प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं की कमी और आवागमन की समस्याएं अभी भी बरकरार हैं।