लखनऊ संवाददाता- Mohd kaleem…
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की एटीएस ने स्वतंत्रता दिवस के दिन बलिया के सहतवार थाना क्षेत्र स्थित बसंतपुर गांव से महिला समेत पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। वे सभी एक झोपड़ी में संगठन की गोपनीय बैठक कर रहे थे। उनके कब्जे से काफी मात्रा में नक्सल साहित्य, पर्चे, हस्तलिखित संदेश, एक लैपटॉप, नौ मोबाइल फोन, एक नाइन एमएम पिस्टल तथा कारतूस बरामद हुआ है। शासन को खुफिया सूचना मिली थी।
एटीएस ने की कार्रवाई…
स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार के मुताबिक गिरफ्तार नक्सलियों में नक्सल प्रशिक्षण प्राप्त महिला नक्सली तारा देवी उर्फ मंजू उर्फ मनीषा भी शामिल है। इसके अलावा लल्लू राम उर्फ अरुन राम, सत्य प्रकाश, वर्मा, राम मूरत तथा विनोद साहनी को भी गिरफ्तार किया गया। सभी पांचों नक्सली बलिया के ही रहने वाले हैं। वे प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) नक्सली संगठन से जुड़े हैं। वे मुखौटा संगठनों के माध्यम से गोपनीय रूप से पूर्वांचल में संगठन का विस्तार एवं नक्सली गतिविधियों को बढ़ाने के लिए बैठक कर रहे थे। इनमें से कई का लंबा आपराधिक इतिहास है। उनके विरुद्ध एटीएस के लखनऊ थाने, में आईपीसी की धारा 121 ए व 122 विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम 1967 की धारा 13, 18, 19, 20, 38, 39 व 40 तथा शस्त्र अधिनियम की धारा 3/25 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
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पूछताछ में संतोष उर्फ मंतोष, प्रमोद मिश्रा, विनय यादव उर्फ गुरुजी एवं इस संगठन से जुड़े कुछ अन्य लोगों का भी नाम प्रकाश में आया है जो वर्तमान में अलग अलग जेलों में बंद हैं अथवा फरार हैं। अब उनके विरुद्ध भी विवेचना के दौरान की जाएगी।
यूपी के जिलों में नक्सली गतिविधियों…
शासन को ऐसी खुफिया सूचना मिली थी कि सीपीआई (माओवादी) नक्सली संगठन के कुछ प्रमुख सदस्य गोपनीय रूप से बिहार व झारखंड की सीमा से सटे यूपी के जिलों में नक्सली गतिविधियों के विस्तार के लिए नए सदस्यों की भर्ती कर रहे हैं। साथ ही मुखौटा संगठनों के माध्यम से देश में सशस्त्र विद्रोह खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि माओवादी नक्सल विचारधारा का प्रत्यक्ष रूप से शासन स्थापित हो सके।