Firhad Hakim Kolkata Mayor: पश्चिम बंगाल की कैपिटल सिटी कोलकाता के मेयर और तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार में कैबिनेट मंत्री फिरहाद हकीम ने हाल ही में एक विवादित बयान देकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। एक सार्वजनिक मंच से बोलते हुए हकीम ने गैर-मुस्लिमों को ‘बदकिस्मत’ बताया और उन्हें इस्लाम कबूल करने का आह्वान किया। उनके इस बयान के बाद बीजेपी ने इसे हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाला और उकसावे वाला करार दिया है।
फिरहाद हकीम ने अपने भाषण में कहा, “जो लोग इस्लाम नहीं अपनाते हैं, वे बदकिस्मत हैं।” इस बयान के बाद तुरंत ही राजनीतिक प्रतिक्रिया आने लगी। बीजेपी ने हकीम के इस बयान को समाज में विभाजन पैदा करने वाला और हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया है। वहीं शिवेंदु और बंगाल भाजपा डटी हुई और खूँटा गाड़कर डटी हुई है।वो अपने हाथों में हनुमान चालीसा की किताब लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है।
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“फिरहाद हकीम को उनके पद से हटाए”
वहीं बीजेपी के नेताओं ने मांग की है कि फिरहाद हकीम को उनके पद से तुरंत हटाया जाए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “हकीम का बयान न सिर्फ हिंदुओं की भावनाओं को आहत करता है, बल्कि यह समाज में धार्मिक विभाजन को बढ़ावा देने वाला भी है। इस तरह के बयान से समुदायों के बीच सौहार्द्र को नुकसान पहुंचता है।”
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हकीम के विवादित बोल
जानकारी के मुताबिक फिरहाद हकीम का विवादित बयान 3 जुलाई, 2024 का है। जब वो कोलकाता के धोनो धोन्यो स्टेडियम में एक प्रतियोगिता में हिस्सा लेने पहुंचे थे। अपनी तकरीर यानी भाषण के दौरान उन्होंने नॉन मुस्लिम यानी हिंदुओं को टारगेट करते हुए ये टिप्पणी की थी।उन्होंने कहा, ‘जो लोग इस्लाम में पैदा नहीं हुए, वे बदकिस्मत हैं। अगर हम उन्हें दावत (इस्लाम कबूल करने को कहना) दे सकें और उनमें ईमान (इस्लाम के प्रति निष्ठा) ला सकें, तो हम अल्लाह को खुश कर पाएंगे।’ वहीं टीएमसी सरकार का जाना माना चेहरा और हाईप्रोफाइल फिरहाद हकीम बस इतना कहकर ही नहीं रुके।
उन्होंने अपनी बात को बढ़ाते हुए कहा, ‘हमें गैर-मुसलमानों के बीच इस्लाम का प्रसार करने की जरूरत है। अगर हम किसी को इस्लाम के रास्ते पर ला सकते हैं, तो हम इसे फैलाकर एक सच्चे मुसलमान साबित होंगे। जब हजारों लोग इस तरह से सिर पर टोपी पहनकर बैठते हैं तो हम सबको अपनी ताकत दिखाते हैं। यह हमारी एकता दिखाता है और यह भी साफ़ कर देता है कि देता है कि कोई भी हमें दबा नहीं सकता।’
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“.. उन्हें अपने पद से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए था”
वहीं इस दौरान भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा, “फिरहाद हकीम जो ममता सरकार में मंत्री और मेयर हैं, उन्होंने एक सभा में कहा कि ‘हम मुसलमान बहुत भाग्यशाली हैं और जो लोग दूसरे धर्म में पैदा हुए हैं वे बहुत दुर्भाग्यशाली हैं’। वे ऐसा कैसे कह सकते हैं? हमें हिंदू होने पर गर्व है और वे ऐसा कहने की हिम्मत कैसे कर सकते हैं? और ऐसा कहने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है… उन्हें अपने पद से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए था…”
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TMC ने क्या कहा?
TMC ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है और हकीम के बयान को उनके निजी विचार बताया है। TMC के एक प्रवक्ता ने कहा, “यह बयान हकीम साहब के व्यक्तिगत विचार हैं और पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है। TMC सभी धर्मों का सम्मान करती है और धार्मिक सद्भावना में विश्वास रखती है।”फिरहाद हकीम के इस बयान से पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल मच गई है। अब देखना होगा कि इस विवाद का क्या परिणाम निकलता है और हकीम पर क्या कार्रवाई होती है।