Global FinTech Fest: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई के जियो कन्वेंशन सेंटर में आयोजित ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (Global FinTech Fest) के दौरान विपक्षी नेताओं पर तीखा हमला किया, जिन्होंने भारत में फिनटेक क्रांति को लेकर सवाल उठाए थे. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि जब मां सरस्वती बुद्धि बांट रही थीं, तो ये लोग रास्ते में खड़े थे. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में भारत की फिनटेक क्रांति, उसकी विविधता, और इसके प्रभाव की चर्चा की.
फिनटेक क्रांति पर विपक्ष के सवालों का जवाब
बताते चले कि प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि एक समय था जब संसद में कुछ लोग खड़े होकर सवाल पूछते थे. वे खुद को विद्वान मानते थे और पूछते थे कि भारत में बैंक की शाखाएं नहीं हैं, इंटरनेट और बैंकिंग सुविधाएं नहीं हैं, यहां तक कि बिजली तक नहीं है, तो फिनटेक क्रांति कैसे हो सकती है. पीएम मोदी ने इन सवालों को निराधार बताते हुए कहा कि आज एक दशक में ही भारत में ब्रॉडबैंड यूजर्स की संख्या 6 करोड़ से बढ़कर 94 करोड़ हो गई है.
इसी कड़ी में आगे उन्होंने कहा कि आज शायद ही कोई ऐसा भारतीय हो, जिसकी डिजिटल आइडेंटिटी यानी आधार कार्ड न हो. 53 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास जन धन बैंक खाते हो गए हैं, और भारत ने पिछले 10 वर्षों में यूरोपियन यूनियन की आबादी जितने लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा है। ये सब उस फिनटेक क्रांति के नतीजे हैं, जिसे कभी असंभव बताया जाता था.
भारत की फिनटेक विविधता से दुनिया हैरान
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि एक समय था जब लोग भारत आते थे तो हमारी सांस्कृतिक विविधता देखकर हैरान हो जाते थे, लेकिन आज जब लोग भारत आते हैं, तो हमारी फिनटेक विविधता को देखकर चकित रह जाते हैं. एयरपोर्ट पर लैंडिंग से लेकर शॉपिंग तक, भारत की फिनटेक क्रांति हर जगह दिखाई देती है। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में भारत के फिनटेक सेक्टर में 31 बिलियन डॉलर का निवेश किया गया है, जो इस क्रांति की सफलता को दर्शाता है.
फिनटेक ने वित्तीय सेवाओं को लोकतांत्रिक बनाया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि फिनटेक ने भारत में वित्तीय सेवाओं को लोकतांत्रिक बना दिया है. आज सरकार की सैकड़ों योजनाओं का फायदा डिजिटल माध्यम से लोगों तक पहुंच रहा है. कोरोना के कठिन समय में भी भारत का बैंकिंग सिस्टम बिना किसी रुकावट के चलता रहा. पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने साइबर फ्रॉड को रोका है और बैंकिंग को गांव-गांव तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि करेंसी से क्यूआर कोड तक की यात्रा में सदियां लग गईं, लेकिन अब हम हर दिन कुछ नया देख रहे हैं.
फिनटेक के भविष्य पर प्रधानमंत्री का विश्वास
प्रधानमंत्री मोदी ने फिनटेक फेस्ट (Global FinTech Fest) के भविष्य की चर्चा करते हुए कहा कि यह फिनटेक फेस्ट का पांचवां समारोह है, और जब वे 10वें समारोह में आएंगे, तो वह ऐसा होगा जिसकी कल्पना किसी ने भी नहीं की होगी. उन्होंने कहा कि स्टार्टअप करने वाले कुछ लोगों को 10-10 होमवर्क देकर आया हूं, क्योंकि वह समझते हैं कि एक बड़ी क्रांति लाई जाने वाली है और उसकी नींव आज यहां रखी जा रही है. प्रधानमंत्री ने इस विश्वास के साथ फिनटेक के भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं.
फिनटेक क्रांति के महत्व को रेखांकित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (Global FinTech Fest) में अपने संबोधन के दौरान भारत की फिनटेक क्रांति के महत्व को रेखांकित किया और इसके जरिए विपक्ष के सवालों का जवाब दिया. उन्होंने बताया कि किस तरह से भारत ने फिनटेक के क्षेत्र में एक दशक में अद्भुत प्रगति की है और यह देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. पीएम मोदी ने कहा कि फिनटेक ने भारत की वित्तीय सेवाओं को लोकतांत्रिक बनाया है और इसका प्रभाव आने वाले समय में और भी व्यापक होगा.
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