रायबरेली संवाददाता- बलवंत सिंह
Raebareli: रायबरेली में एक महिला पशु चिकित्साधिकारी ने अपने ही बॉस पर यौन शोषण के प्रयास का गंभीर आरोप लगाया है। महिला पशु चिकित्साधिकारी का कहना है कि उनके बॉस सीवीओ जब प्रयास में विफल रहे तो नौ दिन का वेतन रोक दिया। महिला पशु चिकित्साधिकारी ने अपने उच्चाधिकारियों समेत महिला आयोग को चिट्ठी लिखी हैं।
उधर सीवीओ ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। मामला नसीराबाद पशु चिकित्सालय का हैं। यहां तैनात पशु चिकित्साधिकारी इंदुबाला का आरोप है कि सीवीओ अनिल कुमार राज्य स्तरीय विभागीय संगठन के पदाधिकारी हैं और मुझे मेरी इच्छा के विरुद्ध ज़िला स्तरीय संगठन में मंत्री बना दिया।
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मुझे विभागीय बैठक में बुलाया
मंत्री बनाने के बाद वह संगठन की बैठक में शामिल होने का दबाव बनाते थे। मैं जब उनके झांसे में नहीं आई तो उन्होंने मुझे विभागीय बैठक में बुलाया। सभी अधिकारियों के जाने के बाद देर शाम उन्होंने मेरे साथ छेड़छाड़ का प्रयास किया। मैं वहां से उनकी शिकायत करने की बात कहते हुए किसी तरह भागी। इसी से कुपित सीवीओ ने मेरे अस्पताल का निरीक्षण किया।
वेतन रोक दिया
निरीक्षण के समय मैं गोशाला में थी। उन्होंने मुझे बिना फोन किये हुए उपस्थिति रजिस्टर में राजपत्रित छुट्टियों के दौरान भी न किये गए हस्ताक्षर को जोड़कर मुझे नौ दिन अनुपस्थित दिखाते हुए वेतन रोक दिया। उधर सीवीओ का कहना है कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। चूंकि विभागीय कार्रवाई की गई है इसलिए बेबुनियाद आरोप लगा रही हैं।