- देश में फिलहाल बाढ़ के हालात नहीं हैं, लिहाजा सब्जियों को नुकसान नहीं हो रहा।
- टमाटर की नई फसल आ गई है, जो अच्छी रही है, इससे दाम कम हुए हैं।
- सरकार ने नेपाल से टमाटर इम्पोर्ट किया, इससे भी दामों में गिरावट आई।
Bussiness : 2 माह से देश में टमाटर की बढ़ती दाम ने लोगों को परेशान कर के रखा था। लेकिन अब जब टमाटर के दाम कम हुए हैं तो लोगों की परेशानीया तो कम हुई लेकिन वहीं किसानों के लिए यह परेशानी का कारण बन गए हैं। वहीं एक दम से जून में 250 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर अब रिटेल (फुटकर) बाजार में 10 से 15 रुपए किलो पर आ गया है। वहीं इसके दाम गिरने से किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पर रहा है। बता दे कि लगभग दो महीने तक भरपूर मुनाफा कमाने के बाद अब किसान फिर से मुश्किल में फंस गया है। क्योंकि 2 माह पहले टमाटर की कीमतें 200 रुपए किलो थी जो अब गिरकर 10 से 15 रुपए प्रति किलो पर आ गई है।
किसान अब हो रहे परेशान
टमाटर पहले जून में देशभर में हुई भारी बारिश के कारण टमाटर की आवक कम होने से जुलाई-अगस्त में इसके भाव 250 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गए थे। यहां तक कि कई किसान ऊंचे दामों पर टमाटर बेचकर करोड़पति हो गए थे।वहीं अब टमाटर के दाम कम होने के कारण किसान अब परेशान हो रहे।
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कई देशों में एक्सपोर्ट होता है टमाटर
वहीं टमाटर के दाम कम होने से किसानों का कहना है कि लागत भाड़ा और मजदूरी भी नहीं निकल पा रही। इसलिए किसान मंडी न जाने वाले टमाटर को फेंक रहे है। वहीं व्यापारी भी मार्केट में बहुत कम आ रहे हैं। बता दे कि किसानों की मांग है कि सरकार टमाटर का एक्सपोर्ट बढ़ाए। भारत का टमाटर बांग्लादेश, नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, सऊदी अरब और ओमान सहित कई देशों में जाता है। एक्सपोर्ट बढऩे से किसानों को सही दाम मिलने की उम्मीद है। टमाटर की नई फसल आ गई है, जो अच्छी रही है, इससे दाम कम हुए हैं। पिछले माह 250 रुपए पहुंचा था।