लखनऊ संवाददाता- MOHD KALEEM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस एवं प्रोन्नति बोर्ड की तरफ से हुई भर्ती परीक्षा 2018 में दो सिपाहियों ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे सिपाही की नौकरी पा ली। जिसके बाद दोनों को कौशांबी और कानपुर पीएसी में तैनाती भी मिल गई। इस बीच फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाने वाले सिपाहियों के खिलाफ एक शिकायती पत्र भर्ती बोर्ड को मिला। जिसके आधार पर जांच में इसका खुलासा हुआ। सीओ सैय्यद मोहम्मद असगर की तहरीर पर दोनों के खिलाफ हुसैनगंज थाना में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
सीओ सैय्यद मोहम्मद असगर की तहरीर के मुताबिक फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी करने पाने वालों की नियुक्ति रद्द करते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई है। वर्ष 2018 में पुलिस भर्ती परीक्षा में कानपुर नगर के चकेरी निवासी अमन कुमार और चकेरी न्यू आजाद नगर निवासी अमित कुमार बैठे थे। अमन कुमार ने लिखित और शारीरिक परीक्षा पास करने के बाद कौशाम्बी में ड्यूटी ज्वाइन कर ली। वहीं, अमित कुमार 37वीं वाहिनी कानपुर पीएसी में प्रशिक्षण प्राप्त करने लगा।
इस बीच नरेंद्र कुमार उर्फ बाबा नाम के एक युवक का शिकायती पत्र भर्ती बोर्ड को मिला। जिसमें अमित और अमन के खिलाफ फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने का आरोप था। प्रमाण पत्रों को जांच कराई गई तो राजस्व निरीक्षक और लेखपाल ने उसके फर्जी होने की पुष्टि की। हुसैनगंज पुलिस के मुताबिक तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।