Facebook: फेसबुक जो हमारे देश में आते ही हमारे देश को जोड़ने का काम करने लगा है, लोगों के लिए फेसबुक एक ऐसा माध्यम बन गया है जो दुनिया के किसी भी कोने से लोगों को दूसरे कोने तक में जोड़ता हैं। वहीं कोई फेसबुक का सही इस्तमाल करता है तो कोई गलत, कहते है ना कि हर सिक्के के दो पहलू होते है मगर कौन कैसा बनना चाहता है वो उसका खुद का निर्णय होता हैं। फेसबुक तो हम सभी चलाते हैं, मगर क्या हम फेसबुक का इतिहास जानते हैं?
क्या हम फेसबुक की रचना करने वाले को जानते हैं, अगर नहीं तो आइये हम आपको फेसबुक से जूडी सभी जानकारी यहां देते हैं क्योंकि हमारा तो यह मानना हैं हम जिसको माने उसको पूरी तरह जानें भी…. आइये जानते हैं सोशल मीडिया सर्विस फेसबुक का आविष्कार किसने किया और कब कहाँ कैसे हर पहलू की तरफ रूख करते हैं….
फेसबुक दुनिया में क्यों बना लोकप्रिय…
आपको ये बात जानकर बिल्कुल हैरानी नहीं होनी चाहिए कि फेसबुक पूरी दुनिया का सबसे लोकप्रिय बातचीत का माध्यम है। फेसबुक सोशल मीडिया का एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो हमें एक ऐसा मंच प्रदान करता है, जहाँ हम अपने दोस्तों से, पहचान वालों से, और कुछ नए लोगों से भी जुड़ सकते हैं, उनसे बातें कर सकते हैं, और उनकी ज़िंदगी की कुछ झलकियाँ देख सकते है। फेसबुक हमें उन लोगों से भी वापस जुड़ने का अवसर देता है, जिनसे शायद हम सालों से बिछड़े हो या ना मिले हो।
- फेसबुक में ऑडियो और टेक्स्ट चैटिंग के अलावा वीडियो कॉलिंग का फीचर्स भी होता है। इमेज और वीडियो अपलोड भी आप कर सकते है। टेक्स्ट, इमेज या वीडियो पोस्ट को आप अपने फ्रेंड को शेयर भी कर सकते है। आप फेसबुक दोस्तों को फेसबुक मैसेंजर को सहायता से मैसेज भी कर सकते है। यह मैसेज प्राइवेट होता है जो आपके और दोस्त के बीच है।
- फेसबुक पर आप अपने ब्रांड नेम के पेज और ग्रुप भी बना सकते है। बिज़नेस को बढ़ाने के लिए आजकल सभी बड़ी कम्पनियां फेसबुक पेज बनाती है। आजकल फेसबुक लाइव से वीडियो को लाइव स्ट्रीमिंग की जा सकती है।
- फेसबुक के द्वारा दोस्तों और सगे संबंधियों से हर वक्त आप जुड़े रहते है। नए दोस्त भी आसानी से इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बन सकते है। फेसबुक को इस्तेमाल करना बहुत आसान है और यह फ्री भी है। यही कारण है कि दुनियाभर में यह लोकप्रिय है।
- फेसबुक पर अन्य यूज़र्स को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजना भी आसान है। रिसीवर यूजर फ्रेंड रिक्वेस्ट को accept करता है। फेसबुक पर किसी भी पोस्ट को लाइक भी कर सकते है। अगर आप पोस्ट के बारे में कमेंट करना चाहते है तो उसका ऑप्शन भी है।
- फेसबुक पर अकाउंट क्रिएट करना आसान और मुफ्त है। Facebook अकाउंट बनाने के लिए ईमेल आईडी या मोबाइल नम्बर के साथ पासवर्ड की आवश्यकता होती है। अकाउंट बनाने के बाद यूजर अपना प्रोफाइल भी बना सकता है। प्रोफाइल में यूजर का प्रोफाइल पिक्चर, नाम, एजुकेशन इत्यादि होते है। फेसबुक होम पेज पर Timeline, Status, News Feed, नोटिफिकेशन इत्यादि ऑप्शन होते है।
6- आपको बता दें कि फेसबुक पर हम फोटो, विडियो और अन्य चीजों को दुनिया के किसे भी कोने में शेयर कर सकते है, साथ ही उनके साथ चैटिंग भी कर सकते है।
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जानें फेसबुक के इतिहास के बारें में-
फेसबुक का आविष्कार मार्क जुकरबर्ग ने किया था। मार्क जुकरबर्ग न्यूयॉर्क, अमेरिका के रहने वाले है। जिनका पूरा नाम “मार्क इलियट जुकरबर्ग” है। मार्क जुकरबर्ग का जन्म 4 मई, 1984 में हुआ था। आपको यह जानकर अत्यंत आश्चर्य होगा कि मार्क जुकरबर्ग कॉलेज ड्रॉप आउटर भी है।
जुकरबर्ग ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 4 फरवरी, 2004 को फेसबुक शुरुआत की थी । शुरुआत में इसका नाम “The Facebook” रखा गया था। फेसबुक का निर्माण करने में मार्क जुकरबर्ग के अलावा उनके हावर्ड यूनिवर्सिटी के चार दोस्तों का भी अहम योगदान था। इनमें Eduardo Saverin, Dustin Moskovitz, Chris Hughes, Andrew McCollum शामिल है।
जानें फेसबुक पूरी दुनिया के लिए क्यूँ बना लोकप्रिय-
आज के दौर में लोग पूरी तरह से डिजिटल माध्यम पर निर्भर है, जहॉ डिज़िटल दौर में हर व्यक्ति किसी न किसी तरह ऑनलाइन में मौजूद है। जिसके माध्यम से आप दुनियाभर में किसी से भी संपर्क आसानी से कर सकते हैं और आप अपने विचार लेख, व इमेज के जरिये कॉलिंग वीडियो हो या audio सब सरल माध्यम से कनेक्ट कर सकते हैं। फेसबुक पर हर वक़्त मिलियन्स लोग एक्टिव रहते हैं। यह दुनिया का एक मात्र जगह है, जहाँ एक साथ मिलियन्स में लोग रहते हैं क्योंकि यह सदस्यता free में देता है और घर बैठे बड़े स्तर पर बिजनेस बढ़ाने के लिए एक बहुत ही बड़ा डिजिटल मार्किट है।
जानें फेसबुक को किसने जमीन से पहुंचाया आसमान तक
सोशल मीडिया साइट फेसबुक के सह-संस्थापक मार्क जकरबर्ग फेसबुक के घाटे से परेशान थे। स्टीव जॉब्स ने 2006 में मार्क को नीम करौली बाबा के आश्रम जाने की सलाह दी। मार्क 2008 में भारत आकर कैंचीधाम में रहे। इसके बाद उन्होंने कामयाबी की उन सीढ़ियों पर क़दम रखे, जहां पहुंचने के सिर्फ सपने देखे जा सकते हैं।
मार्क जुकरबर्ग ने नरेंद्र मोदी जी से बात करते हुए इस बात का जिक्र किया था कि वह बाबा नीम करोली के बहुत बढ़े भक्त हैं, और वह इनके आश्रम में भी रहने आये थे। उन्होंने बताया था कि उस समय फेसबुक की हालत कुछ खास नहीं थी पर जैसे ही वह आश्रम से आये उन्हें जैसे कुछ अलग ही मिल गया। अब उनकी क्या पहचान है?
हम सभी जानते और मानते भी हैं। कड़ी मेहनत तो सब कोई करता है पर सफल उनमें से कुछ ही लोग हो पाते हैं। सफलता के पीछे आशीर्वाद की भी काफी अहम जगह है। अब आशीर्वाद ऐसा मिल जाये जो सच में लखपति बना दे, करोली बाबा वैसी ही कृपा बनाते है।