EVM controversy: लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद ईवीएम का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया है। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क द्वारा ईवीएम (Electronic Voting Machine) को लेकर किए गए दावे के बाद भारत में एक बार फिर से इस मामले पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। महाराष्ट्र में भी इस विवाद ने राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज कर दी है। विपक्ष के आरोपों के बीच शिवसेना नेता संजय निरुपम ने पलटवार किया है।
महाराष्ट्र की मुंबई पश्चिम लोकसभा सीट से निर्वाचित रवींद्र वायकर के रिश्तेदार का 4 जून को मतगणना केंद्र के भीतर मोबाइल इस्तेमाल करने का मामला सामने आया है। इस पर शिवसेना नेता और प्रवक्ता संजय निरुपम ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
संजय निरुपम का पलटवार
संजय निरुपम (sanjay nirupam) ने कहा कि जब से शिवसेना UBT और महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर हारे हैं, तब से गलत खबरें और फालतू की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा है कि “कोई ईवीएम मोबाइल से अनलॉक या लॉक नहीं होता है। ईवीएम किसी चीज से कनेक्ट नहीं होती है, तो OTP आने का सवाल ही नहीं पैदा होता है। मोबाइल से ईवीएम अनलॉक हुआ यह बात राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव और प्रशांत भूषण जैसे लोग प्रचारित कर रहे हैं।”
टेक्नोलॉजी की जानकारी का अभाव
शिवसेना शिंदे गुट के नेता ने कहा कि ये लोग टेक्नोलॉजी के बारे में नहीं जानते और पीएम बनने का सपना देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि वायकर ईवीएम (EVM) की काउंटिंग में अमोल कीर्तिकर से एक वोट आगे थे। अगर अमोल कीर्तिकर एक वोट आगे थे, तो फिर ईवीएम गलत कैसे हुई? बैलेट बॉक्स के वोट जोड़ने के बाद अमोल 48 वोट से हारे थे।
दो बार रि-काउंटिंग की उठी मांग
निरुपम ने बताया कि बैलेट बॉक्स में वायकर को 1550 वोट मिले थे, जबकि अमोल को 1501 वोट ही मिले। दोनों काउंटिंग को जोड़ने पर अमोल 48 वोट से हार गए। दोनों पक्षों ने दो बार रि-काउंटिंग की मांग भी की थी, जिसे मंजूर भी किया गया था। इस मामले में फर्जी खबरों को लेकर चुनाव आयोग और पुलिस को उचित कार्रवाई करनी चाहिए। निरुपम ने कहा कि पार्टी की ओर से कानूनी कार्रवाई के लिए सीएम से मिलकर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फोन को केंद्र के भीतर लेकर जाने की जांच होनी चाहिए।
पूर्व सीएम चव्हाण की मांग
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि मुंबई की जिस सीट पर शिकायत मिली है, चुनाव आयोग उस पर सफाई दे। उस सीट पर चुनाव रद्द कराया जाए। यह मुद्दा केवल मुंबई का नहीं है बल्कि पूरे देश और वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय है। एलन मस्क ने भी सवाल उठाए हैं। चुनाव आयोग को ईवीएम से जुड़े सवालों का जवाब देना चाहिए।
चुनाव आयोग का खंडन
वहीं, चुनाव आयोग ने मोबाइल से ईवीएम को कनेक्ट करने के दावे को साफ खारिज कर दिया है। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि ईवीएम को मोबाइल से कनेक्ट करने की कोई संभावना नहीं है। चुनाव आयोग ने कहा है कि, ”EVM को अनलॉक करने के लिए ना ही किसी OTP की जरूरत होती है और ना ही ये किसी डिवाइस से कनेक्ट होता है।” चुनाव आयोग ने ईवीएम पर लगाए सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया है।