Inflation: त्योहारी सीजन शुरू होते ही बाजार में महंगाई का साया गहरा गया है। रोजमर्रा की जरूरतों की चीजें जैसे सब्जियां, दाल, तेल, चीनी और आटा के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इससे घर का बजट बिगड़ने लगा है। खासतौर पर चाय प्रेमियों के लिए बुरी खबर है, क्योंकि चाय पत्ती, दूध और चीनी के दामों में भी इजाफा हो गया है, जिससे चाय का स्वाद महंगा हो गया है।
चाय पर भी महंगाई का असर
चाय प्रेमियों (Tea Lovers) के लिए यह त्योहारी सीजन थोड़ा भारी साबित हो रहा है। चाय बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली चीजों की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। चाय पत्ती के दाम में पिछले महीने की तुलना में उछाल आया है, वहीं दूध और चीनी के दाम भी ऊपर चढ़ गए हैं। अब चाय की एक प्याली भी पहले के मुकाबले महंगी पड़ रही है। हालांकि, गुड़ की कीमतों में मामूली गिरावट आई है, लेकिन आटे की कीमत में फिर से हल्की बढ़ोतरी देखी गई है।
त्योहारी सीजन से पहले महंगाई का बढ़ता प्रकोप
सितंबर के अंत से नवंबर की शुरुआत तक चलने वाले त्योहारी सीजन (festive season) से पहले ही जरूरी सामग्रियों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। खाद्य तेल, प्याज और टमाटर जैसी जरूरी सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी ने आम जनता की जेब पर सीधा असर डाला है। लोगों को अब किराना सामान पर ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है, जिससे घर का बजट बिगड़ता जा रहा है। इस महंगाई का असर केवल बाजार में ही नहीं, बल्कि खुदरा मुद्रास्फीति पर भी दिख रहा है, विशेषकर खाद्य पदार्थों की कीमतों पर इसका प्रभाव ज्यादा है।
Read more; BSNL ने लॉन्च किया अपना नया लोगो, 7 नई सर्विसेस के साथ 5G की ओर…लौट रही पुरानी शान
सब्जियों के दामों में बड़ा उछाल
महंगाई का सबसे ज्यादा असर सब्जियों की कीमतों पर ( Inflation of vegetables) देखा जा रहा है। टमाटर, आलू और प्याज जैसी जरूरी सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उपभोक्ता मंत्रालय के अनुसार, 22 सितंबर से 22 अक्तूबर के बीच एक किलो आलू की औसत कीमत 35.87 रुपये से बढ़कर 37.2 रुपये हो गई है, जबकि पिछले साल इसी समय आलू की कीमत मात्र 24.14 रुपये थी। यानी एक साल में आलू की कीमत करीब 13 रुपये बढ़ चुकी है।
इसी तरह प्याज की कीमत भी पिछले महीने के मुकाबले करीब 3 रुपये बढ़ गई है, जबकि पिछले साल की तुलना में यह अंतर और भी बड़ा है। एक साल पहले प्याज का औसत दाम करीब 20 रुपये कम था। टमाटर की बात करें तो बीते महीने के दौरान इसकी कीमत में करीब 20 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पिछले साल के मुकाबले दाम में 40 रुपये की बढ़त हो चुकी है।
दालों पर भी महंगाई की मार
सब्जियों के साथ-साथ दालों पर भी महंगाई (Inflation of Pulses) की मार पड़ रही है। उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, तुअर (अरहर) दाल को छोड़कर बाकी सभी प्रमुख दालों के दामों में वृद्धि हुई है। चना, उड़द, मूंग और मसूर की दालों की कीमतों में पिछले महीने एक से तीन रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, पिछले साल के मुकाबले चना दाल 12 रुपये, अरहर दाल 8 रुपये, उड़द दाल 5 रुपये और मूंग दाल 1 रुपये महंगी हो गई है। हालांकि, मसूर दाल की कीमत पिछले साल के मुकाबले 5 रुपये कम है।
खाद्य तेल की कीमतों में भी उछाल
खाद्य तेल की (nflation of vegetables edible oils) कीमतें भी त्योहारी सीजन के साथ बढ़ गई हैं। मूंगफली, सरसों, वनस्पति, सोया, सूरजमुखी और पाम तेल की कीमतों में बीते एक महीने के दौरान 7 से 14 रुपये प्रति किलो तक का इजाफा हुआ है। वहीं, पिछले साल की तुलना में इन तेलों की कीमतें 2 रुपये से लेकर 28 रुपये प्रति किलो तक बढ़ चुकी हैं।
महंगाई से बढ़ा घर का बजट
त्योहारी सीजन में महंगाई के कारण आम आदमी का घर चलाना मुश्किल हो रहा है। रोजमर्रा की चीजों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे घर का बजट गड़बड़ा गया है। चाय, सब्जियां, दाल और तेल जैसी जरूरी सामग्रियों के दामों में भारी वृद्धि ने सभी की जेब पर असर डाला है। खासकर चाय प्रेमियों को अब अपनी चाय की प्याली का मजा महंगा पड़ रहा है। महंगाई के इस दौर में जहां हर कोई त्योहारी मौसम का आनंद लेने की तैयारी कर रहा था, वहीं बढ़ती कीमतों ने खुशियों पर थोड़ा विराम लगा दिया है।
Read more: Paytm: पेटीएम को मिली बड़ी राहत, NPCI नए UPI यूजर्स जोड़ने की दी मंजूरी, RBI ने लगाया था बैन