Loksabha Speaker: काफी समय से लोकसभा के स्पीकर पद को लेकर राजनैतिक गलियारों में हलचल मची हुई थी। विपक्ष भी जमकर फायदा उठाते हुए सहयोगी दल को भड़काने में लगा हुआ था। मगर केंद्र सरकार ने इन सभी बातों पर विराम लगा दिया है। तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने भाजपा (BJP) के उम्मीदवार को समर्थन देने पर सहमति जताई है। जिससे सर्वसम्मति से लोकसभा अध्यक्ष (speaker) तय करने की मांग पूरी होती दिख रही है। टीडीपी (TDP) के अलावा राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के सभी सहयोगी दल पहले ही भाजपा के उम्मीदवार को समर्थन देने पर सहमत हो चुके हैं। अब भाजपा अपने उम्मीदवार के नाम की जानकारी सहयोगी दलों को देगी।
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राजनाथ सिंह के नेतृत्व में हुई अहम बैठक
भाजपा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) को अध्यक्ष पद के लिए राजग और विपक्ष के बीच सर्वसम्मति बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। सहयोगी दलों की राय जानने के बाद मंगलवार को राजनाथ सिंह के आवास पर इस संबंध में महत्वपूर्ण बैठक हुई। मिली जानकारी के अनुसार यह माना जा रहा है कि सभी सहयोगी दलों ने अध्यक्ष पद के लिए भाजपा को समर्थन देने का आश्वासन दिया है। भाजपा ने उपाध्यक्ष पद सहयोगी दलों को देने का फैसला किया है, जिसकी घोषणा एक-दो दिन में की जाएगी। संभावना है कि यह पद टीडीपी को मिलेगा।
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टीडीपी के रुख से विपक्ष को लगा झटका
विपक्ष काफी समय से टीडीपी को उकसा रहा था ताकि वह आगे आकर अध्यक्ष पद के लिए दावा करे। विपक्ष चाहता था कि इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ राजग में मतभेद उभरें। इसी रणनीति के तहत विपक्ष ने कहा था कि अगर टीडीपी अपना उम्मीदवार खड़ा करती है तो उसे वह समर्थन देगी। लेकिन टीडीपी के भाजपा के पक्ष में खड़े होने से विपक्ष की योजना को बड़ा झटका लगा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्ष राजग के समक्ष उम्मीदवार खड़ा करता है या नहीं।
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राजनाथ सिंह करेंगे विपक्ष से बात
लोकसभा अध्यक्ष (speaker) पद के लिए चुनाव 26 जून को होना तय माना जा रहा है। राजनाथ सिंह ने राजग में आम सहमति बना ली है कि उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को देने के बजाय किसी सहयोगी दल को दिया जाएगा। अब राजनाथ सिंह विपक्षी दलों से बातचीत कर उन्हें भाजपा और राजग के फैसले से अवगत कराएंगे और उनका समर्थन मांगेंगे।