सोशल मीडिया पर वायरल हुए EVM हैक वाले वीडियो पर चुनाव आयोग ने सफाई देते हुए कहा कि यह फर्जी वीडियो पूरी तरह से निराधार है। EVM को किसी भी तरह से हैक नहीं किया जा सकता और न ही किसी नेटवर्क से जोड़ा जा सकता है। यह EVM मशीन पूरी तरह से विश्वसनीय है और इसकी उपयोगिता पर बिल्कुल भी सवाल नहीं उठाया जा सकता है। EVM के साथ किसी भी तरह से छेड़-छाड़ नहीं किया जा सकता और न ही किसी नेटवर्क के साथ जोड़ा जा सकता है।
चाहे वह वाई-फाई हो या ब्लूटूथ। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने कहा कि सोशल मीडिया पर ग़लत सूचना देने वाले व्यक्ति को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा कि 2019 में इसी तरह से सोशल मीडिया पर एक फर्जी वीडियो ज़ारी किया गया था जिस पर उस व्यक्ति के खिलाफ़ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। फ़िलहाल वह व्यक्ति दूसरे देश में छिपा हुआ है।
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EVM हैक करने का दावा करने वाला शख्स कौन है?
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को हैक करने का दावा करने वाले शख्स की पहचान सैयद शुजा नाम के व्यक्ति के रुप में हुई है। उसने इसके पहले भी 2019 में EVM को हैक करने का दावा किया है। जिस पर चुनाव आयोग की शिकायत के बाद मुंबई पुलिस की साइबर यूनिट ने सैयद शुजा के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज कर ली थी।
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महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि सैयद शुजा के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उसने जो भी वादे सोशल मीडिया पर की हैं वो बिल्कुल निराधार व झूठी है। चुनाव आयोग का कहना है कि फिलहाल सैयद शुजा किसी दूसरे देश में जा कर छिपा हुआ है लेकिन उसके खिलाफ 30 नवंबर को साउथ मुंबई के साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है। आयोग ने कहा कि दिल्ली और मुंबई की पुलिस इस पर सक्रियता से जांच कर रही है। यह एक गंभीर अपराध है।
EVM के बहाने से विपक्ष का बीजेपी पर हमला
जब से EVM को हैक करने का दावा सोशल मीडिया पर किया गया है तब से विपक्ष को बीजेपी सरकार पर हमला करने का पूरा मौका मिल गया है। शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि EVM का तो मंदिर बनना चाहिए जिसमें एक तरफ अमित शाह और दूसरी तरफ़ नरेन्द्र मोदी और बीच में EVM मशीन होनी चाहिए।
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इस बौखलाहट के पीछे का कारण यह भी हो सकता है जिसमें विपक्ष को हाल ही में महाराष्ट्र के चुनाव में कड़ी हार मिली है। महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन ने भाजपा के नेतृत्व में शानदार जीत हासिल की है। गठबंधन 234 सींटो पर आगे रही। जबकि विपक्ष के महा विकास अघाड़ी गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा। इसलिए हार का सारा ठीकरा विपक्ष ने EVM पर फोड़ दिया और बीजेपी पर निशाना साधना शुरु कर दिया।