लखनऊ। ईडी ने गुरूवार को अतीक अहमद के करीबियों के ठिकाने पर छापेमारी की। इस दौरान लाखों की नगदी, मोबाइल और जमीनों से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इस सिलसिले में ईडी को प्रयागराज के दो बिल्डरों, नोएडा निवासी दो गुप्ता बंधुओं और तीन चार्टर्ड एकाउंटेंट की भूमिका संदिग्ध पाई है। ईडी इस मामले में सघन जांच कर रही है।
ईडी ने बुधवार को प्रयागराज, नोएडा, लखनऊ व दिल्ली में अतीक करीबियों के 12 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह कार्रवाई गुरुवार तक जारी रही। इस दौरान ईडी के अधिकारियों का दावा है कि उन्हें प्रयागराज के दो बिल्डर अतुल द्विवेदी और अमित गोयल के संबंध में सुबुत हाथ लगे हैं। ईडी ने दोनों के ठिकानों पर छापेमार कर छानबीन की। साथ ही इस एक चार्टर्ड एकाउंटेंड अमित अग्रवाल द्वारा अतीक की फर्जी कंपनियों का प्रबंधन करने के बारे में सुराग हाथ लगे हैं। ईडी ने इसी के साथ नोएडा में शरद गुप्ता व संतोष गुप्ता के ठिकाने भी खंगाले हैं। इस दौरान ईडी को वहां से जमीनों से जुड़े दस्तावेज मिले हैं।
ईडी को पता चला है कि गुप्ता बंधुओं की मदद से अतीक अहमद और उसके गुर्गों ने नोएडा और दिल्ली में काली कमाई में निवेश किया। इसी तरह प्रयागराज के बिल्डरों ने भी अतीक की काली कमाई में साझेदारी कर उसके सफेद करने में मदद की। वहीं तीनों चार्टर्ड एकाउंटेंट की भूमिका की जांच की जा रही है। इस छापे के दौरान ईडी ने लाखों की नगदी बरामद की है। इसी के साथ ईडी ने लखनऊ में भी एक चार्टर्ड एकाउंटेड और बिल्डर के घर तलाशी ली लेकिन उसे कुछ हाथ नहीं लगा।