लखनऊः संवाददाता- मोहम्मद कलीम
लखनऊ। ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले मामले में हाइजिया ग्रुप के संचालकों और कर्मचारी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। ईडी ने इस मामले में हाजिजा ग्रुप के तीन संचालकों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में करीब दो सौ करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। ईडी की जानकारी पर इस मामले में पुलिस ने भी हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की थी।
हाइजिया ग्रुप का संचालक निकला मास्टरमाइंडः
सूत्रों के मुताबिक ईडी ने मनी लांड्रिंग के तहत अपनी जांच कर रही थी। जिसके आधार पर अप्रैल में हाइजिया ग्रुप के संचालक इजहार हुसैन जाफरी उर्फ हनी जाफरी, अली अब्बास जाफरी और कर्मचारी रवि प्रकाश गुप्ता को गिरफ्तार कर किया था। ईडी ने आरोपियों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य के आधार पर चार्जशीट दाखिल की। इन लोगों का यूपी, दिल्ली और उत्तराखंड में भी फर्जीवाड़ा कर दाखिला करा कर छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति की रकम हड़पने में नाम आया था।
Read more: अरविंद केजरीवाल छत्तीसगढ़ दौरे पर आज, जनसभा को करेंगे संबोधित
ईडी की जांच मे हुआ खुलासाः
ईडी की तफ्तीश में सामने आया है कि हाइजिया ग्रुप के संचालक ही घोटाले के मास्टरमाइंड थे। इन लोगों ने ही छात्रों के एडमीशन से लेकर खाता तक खुलवाने का काम किया था। इसमें अन्य आरोपियों ने साथ दिया और रकम हड़पी। आरोपी रवि प्रकाश की भूमिका अहम रही। वह हाइजिया ग्रुप का नोडल था। इन लोगों ने हजारों छात्रों के नाम के फर्जी खाते खुलवाए थे। जिसमें छात्रवृत्ति की जब रकम आते ही निकाल लेते थे। फिनो बैंक ने जब इससे संबंधित दस्तावेज ईडी को उपलब्ध कराए तो इसकी पुष्टि हो गई।
ईडी ने छात्रों व कर्मियों के बयान किया दर्जः
छात्रवृत्ति घोटलें मे ईडी ने हाइजिया ग्रुप के 50 छात्रों व कर्मियों से पूंछताच कर उनके बयान को दर्ज कर लिया है। बता दे कि हाइजिया ग्रुप का कालेज मैनेजमेंट आफ एजुकेशन केवल बेवसाइट पर ही संचालित था। इलीलिए छात्रवृत्ति को लेकर बड़ा घोटला किया गया।