Assam, Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर और असम में जोरदार भूकंप (Earthquakes) के झटके लगे हैं। दोनों ही राज्यों में 4 से 5 की तीव्रता वाला भूकंप आया है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। आज सुबह करीब सवा 6 बजे जम्मू कश्मीर मे डोडा, चिनाबा घाटी और असम के कुछ जिलों में भूकंप के जोरदार झटके लगे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, डोडा जिले में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4 रही। चिनाब घाटी में 4.3 की तीव्रता वाले भूकंप के झटके लगे, जिसका केंद्र डोडा जिले के गुंडोह क्षेत्र में था। असम के गुवाहाटी (Guwahati) जिले में 4.6 की तीव्रता वाला भूकंप आया। हालांकि दोनों राज्यों में जान माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन जोरदार झटके लगने से लोग दहशत में हैं। भूकंप का केंद्र धरती के नीचे 15 किलोमीटर की गहराई में अक्षांश 32.95 डिग्री उत्तर और देशांतर 75.83 डिग्री पूर्व में मिला है।
असम में भी भूकंप के झटके किये गये महसूस
असम के कुछ हिस्सों में रविवार को भूकंप के झटके महसूस किये गये नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गयी भूकंप का केंद्र उदलगुरी जिले के पास जमीन के 15 किलोमीटर की गहराई में था इसके अलावा, दर्रांग, सोनितपुर और आसपास के क्षेत्रों में भी झटके महसूस किये गये असम के आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के कारण किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है हालांकि भूकंप के झटकों से लोग डर गये और अपने घरों से बाहर निकल आयेl
हर हफ्ते एक बार आता है भूकंप
जानकारी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र गुवाहाटी से लगभग 105 किलोमीटर उत्तर में था अधिकारियों का मानना है कि भूकंप के झटके पश्चिमी अरुणाचल प्रदेश और पूर्वी भूटान के कुछ हिस्सों में भी महसूस किये गये होंगे मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस क्षेत्र में हर हफ्ते कम से कम एक बार भूकंप आता है, जिसकी तीव्रता आमतौर पर रिक्टर स्केल पर 3 से 4 होती है बता दें कि इससे पहले 26 जून को असम के कार्बी आंगलोंग जिले में भूकंप आया था इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 मापी गयी थीl
डोडा में आया था भूकंप का झटका
असम से पहले जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में भी सुबह 6.14 बजे भूकंप के झटके महसूस किये गये थे नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4 मापी गयी भूकंप के निर्देशांक अक्षांश 32.95 डिग्री उत्तर और देशांतर 75.83 डिग्री पूर्व था. यह धरती की सतह से 15 किलोमीटर नीचे आया हालांकि अब तक किसी तरह के जानमाल की कोई खबर नहीं आयी हैl
भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का करते हैं इस्तेमाल
धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं जो लगातार घूम रही हैं ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं जब प्रेशर ज्यादा बनने लगता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं, जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं बता दें कि रिक्टर स्केल पर 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को सामान्य से खतरनाक माना जाता है इसी पैमाने पर 2 या इससे कम तीव्रता वाला भूकंप सूक्ष्म भूकंप कहलाता है ,जो ज्यादातर महसूस नहीं होते हैं 4.5 की तीव्रता का भूकंप घरों को नुकसान पहुंचा सकता हैl
हिमाचल प्रदेश शनिवार को आया भूकंप
शनिवार को दोपहर के करीब साढ़े 3 बजे हिमाचल प्रदेश की धरती भूकंप के झटकों से डोल गई। शिमला जिले में रिक्टर स्केल पर 3 की तीव्रता वाला भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के अनुसार, शिमला में आया भूकंप काफी हल्का था और इसका केंद्र धरती के नीचे करीब 5 किलोमीटर की गहराई में 31.21 डिग्री उत्तर और 77.87 डिग्री पूर्व में मिला। इस भूकंप से किसी तरह के जान माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन इस झटके को आगामी खतरे की आहट माना जा रहा है।
न्यूजीलैंड में भी लगे थे भूकंप के झटके
इस साल की शुरुआत से ही दुनिया भूकंप के झटके झेल रही है। 1 जनवरी को जापान (Japan) में और 3 अप्रैल को ताइवान (Taiwan) में भूकंप ने भीषण तबाही मचाई थी। ताजा अपडेट के अनुसार, शनिवार 12 अक्टूबर को
न्यूज़ीलैंड (New Zealand) के केर्माडेक आइलैंड्स (Kermadec Islands) पर भूकंप आया था। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.4 रही थी। न्यूजीलैंड की जियोफिजिक्स एजेंसी के अनुसार, यह भूकंप दक्षिण दिशा से आया था और सुबह करीब साढ़े 6 बजे देश की धरती को हिलाया। इस भूकंप का केंद्र धरती के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में मिला।