Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान (Afghanistan) में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 5.7 रिक्टर स्केल पर मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र 255 किलोमीटर धरती की गहराई में स्थित था. अफगानिस्तान के समय के अनुसार, यह भूकंप 11 बजकर 26 मिनट पर आया. फिलहाल, भूकंप से जुड़ी किसी प्रकार की हानि या हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं आई है.
16 अगस्त को भी आया था भूकंप
आपको बता दे कि यह पहली बार नहीं है जब अफगानिस्तान (Afghanistan) में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. इससे पहले, 16 अगस्त को भी नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, अफगानिस्तान में 4.8 तीव्रता का भूकंप आया था। तब भूकंप के झटके शाम 6:35 बजे (आईएसटी) महसूस किए गए थे. उस समय भूकंप का केंद्र अक्षांश 37.09 उत्तर और देशांतर 71.17 पूर्व में स्थित था, और यह 130 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज किया गया था.
जानिए किस कारण भूकंप आता ?
भूकंप का कारण आमतौर पर टेक्टोनिक प्लेटों के खिसकने से होता है. धरती की सतह पर टेक्टोनिक प्लेटें हमेशा धीरे-धीरे चलती रहती हैं, लेकिन जब वे किनारों पर अटक जाती हैं तो एक बड़ा तनाव उत्पन्न होता है. इस फ्रिक्शन (घर्षण) के कारण जब प्लेटें अचानक खिसकती हैं, तो ऊर्जा का तीव्र विस्फोट होता है, जिससे धरती पर भूकंप के झटके महसूस होते हैं. यह प्रक्रिया उस ऊर्जा को मुक्त करती है जो प्लेटों के बीच जमा होती रहती है, और यही हमें झटकों के रूप में महसूस होती है.
2023 का विनाशकारी भूकंप
बताते चले कि साल 2023 में भी अफगानिस्तान (Afghanistan) में भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किए गए थे. उस समय भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई थी, जिसने देश में भारी तबाही मचाई थी. इस भूकंप के दौरान करीब 4 हजार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 9 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इसके अलावा, 13 हजार से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा था। इस भयंकर आपदा ने अफगानिस्तान के कई हिस्सों में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया था और देश में राहत और पुनर्वास के प्रयासों को गंभीर चुनौती दी थी.
अफगानिस्तान (Afghanistan) में आए इस ताजा भूकंप के झटके ने एक बार फिर लोगों को सतर्क कर दिया है. हालांकि, अभी तक किसी प्रकार की जानमाल की हानि की सूचना नहीं मिली है, लेकिन यह घटना एक याद दिलाती है कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए सतर्कता और तैयारी कितनी महत्वपूर्ण होती है. अफगानिस्तान जैसे भूकंप प्रवण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए यह जरूरी है कि वे हमेशा आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहें और सरकारी निर्देशों का पालन करें.
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