उ0प्र (लखनऊ): संवाददाता – मोहम्मद कलीम
लखनऊ। राजेन्द्रनगर स्थित घर में ई-रिक्शा चालक राजेश जायसवाल (45) ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उसका शव पंखे के कुंडे से लटका मिला। बताया जा रहा है कि आलमबाग पुलिस की पूछताछ से तंग आकर ई-रिक्शा चालक ने यह कदम उठाया है। मौके पर नाका पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
निवासी राजेन्द्रनगर संतोष के मुताबिक छोटे भाई राजेश जायसवाल का पत्नी पिंकी से दो वर्ष से विवाद चल रहा था। पिंकी तब से दोनों बच्चों काजल (16) व कुनाल (12) को लेकर आलमबाग के भिलावा स्थित मायके में रह रही हैं। पिंकी ने कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दी थी। दो माह पहले केस खारिज हो गया था। कुछ समय से वह आलमबाग कोतवाली में अक्सर राजेश के खिलाफ शिकायत करती थी। आलमबाग पुलिस बार-बार उसे पूछताछ के लिए थाने बुलाकर परेशान करती थी।
आलमबाग पुलिस की पूछताछ से तंग आकर की खुदकुशी
शुक्रवार को राजेश को आलमबाग पुलिस ने कोतवाली बुलाया था। शाम को थाने से लौटने के बाद से वह काफी परेशान था। सुबह घर में मां पार्वती व राजेश था। करीब 9 बजे उसने मां को नीचे भेज दिया। करीब 10 बजे पड़ोसी फारुख काम से घर आया था। कई आवाज देने के बाद भी राजेश ने कोई जवाब नहीं दिया। फारुख ने रोशनदान से झांक कर देखा तो वह पंखे के कुंडे से साड़ी के फंदे के सहारे लटका हुआ था।
पुलिस मामले की जांच में जुटी
इंस्पेक्टर नाका तेज बहादुर सिंह के मुताबिक पत्नी से विवाद के चलते फांसी लगाने की बात सामने आ रही है। परिजनों की ओर से अभी तक इस मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के मुताबिक राजेश के मोबाइल को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल की जा रही है। उसके मोबाइल में एक वीडियो मिला है। जो कि करीब 30 सेकेंड का है। वीडियो में उसने बच्चों को पहले की तरह ही खुश रहने की बात कही है।
एडिशनल इंस्पेक्टर आलमबाग शिव शंकर महादेवन का कहना है कि पुलिस के प्रताडि़त करने के आरोप निराधार हैं। शुक्रवार को राजेश को पूछताछ के लिए बुलाया ही नहीं गया था।