गाजियाबाद संवाददाता- प्रवीण मिश्रा
Ghaziabad: क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके में चंद्रयान की थीम पर दुर्गा पूजा पंडाल बनाया जा रहा है। क्रॉसिंग रिपब्लिक बंगाली कल्चरल एसोसिएशन द्वारा इसे ‘मून कॉलिंग अर्थ’ नाम दिया गया है। आसपास से जो भी गुजरता है, वह पंडाल को देखकर चौंक जाता है, हालांकि अभी पंडाल पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ है। क्रॉसिंग रिपब्लिक बंगाली कल्चरल एसोसिएशन के सदस्य अमिताभ घोष के मुताबिक 2010 से क्रॉसिंग रिपब्लिक में भव्य रूप से दुर्गा पूजा का आयोजन होता आ रहा है।
साइंस एंड टेक्नोलॉजी से युवाओं को किया जा रहा है प्रोत्साहित
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चंद्रयान थीम पर दुर्गा पूजा पंडाल तैयार किया जा रहा है। घोष ने कहा कि हमारा मकसद दुर्गा पूजा पंडाल में साइंस एंड टेक्नोलॉजी से युवाओं को प्रोत्साहित करना है। चंद्रयान की थीम पर दुर्गा पूजा पंडाल बनाने के लिए कई महीनों से कल्चरल सोसायटी के सदस्य मेहनत कर रहे हैं। चंद्रयान की थीम पर बन रहे दुर्गा पूजा पंडाल के नीचे आर्टिफिशियल स्मोक और लाइटिंग लगाई जाएगी, जिसे देखकर चंद्रयान की लॉन्च जैसा प्रतीत होगा। पंडाल बनाने में 35 कारीगर जुटे हैं।
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दुर्गा पूजा पंडाल बनाने की तैयारी
एसोसिएशन के सचिव पार्थव चटर्जी के मुताबिक चंद्रयान की थीम पर दुर्गा पूजा पंडाल तैयार होने में तकरीबन तीन हफ्ते से अधिक का वक्त लगने का अनुमान है। 22 सितंबर से दुर्गा पूजा पंडाल बनाने की तैयारी शुरू हो गई थी। दुर्गा पूजा पंडाल को बनाने में तकरीबन 35 कारीगर और आर्टिस्ट लगे हुए है। दुर्गा पूजा पंडाल पूरी तरह से इको फ्रेंडली है। इसमें लोहे और प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया है। कर्नाटक, बंगाल और अरुणाचल से बांस और अन्य सामान मंगाया गया है। बांस को बांधने के लिए भी प्लास्टिक की रस्सी का नहीं, बल्कि कपड़े का इस्तेमाल किया जा रहा है।