हरदोई संवाददाता- Harsh Raj
हरदोई में धान कटाई के बाद किसानों को अपना अनाज बेंचने मंडी तक पहुंचने के लिए तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है किसानों को रात रात भर कई किलोमीटर तक वाहनों की जाम में फंसे रहना पड़ रहा है हर बार की तरह इस बार भी किसानो की मुश्किलें बरकरार प्रशासन की लापरवाही के चलते किसानों के वाहनों की लग रही लंबी जाम हरदोई लखनऊ राजमार्ग पर लगा लंबा जाम स्कूल वाहन व ऑफिस आने जाने वालों को जाम में फंसना पैड रहा है आखिर क्या वजह है कि प्रशासन किसानों को सहूलियत देने वाले ठोस कदम नहीं उठा पाता ताकि उनका अनाज खेतों से सीधे मंडी तक आ सके और आसानी से बिक सके।
किसानों को अपना अनाज बेंचने के लिए लगानी पड़ रहीं लंबी कतारें…
हरदोई मंडी में धान खरीद का सीजन शुरू होते ही किसान अपने वाहनों से धान को मंडी में बेंचने के लिए निकल पड़ते हैं मगर किसानों को मंडी के अंदर तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है वहीं जब किसान खेतों में फसलों को उगाने के लिए दिन रात एक करता है तो वही अनाज तैयार होने के बाद मंडी में बेंचने के लिए मंडी के बाहर रातों को खराब करता है, दरअसल हर साल की तरह इस बार भी किसानों की समान समस्याएं हैं, सरकार का शक्त निर्देश है कि किसानों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए मगर जनपद में बैठे सरकारी तंत्र के सरकारी अधिकारियों को किसानों की समस्या से कोई लेना देना नहीं है कुछ इसी तरह की समस्याओं से किसानों को दो चार होना पड़ रहा है।
हरदोई लखनऊ राजमार्ग पर कई किलोमीटर तक जाम लगा हुआ है…
धान के सीजन की शुरुआत होते ही किसान अपनी धान की फसल को लेकर मंडी में बेंचने के लिए निकल पड़े हैं मगर उन्हें रात रात भर मंडी के बाहर ही कई किलोमीटर की जाम की झाम से जूझना पड़ रहा है जिसकी वजह से किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं रात से लगी जाम को जब प्रशासन सुबह तक नहीं हटवा सका तो स्कूली बच्चों को स्कूल ले जाने वाले वाहन व ऑफिस आने जाने वाले लोग भी जाम में फंसे रहे। हरदोई लखनऊ राजमार्ग पर कई किलोमीटर तक जाम लगा हुआ है जो कि यह मार्ग शहर में अस्पताल व स्कूलों को जोड़ता है, दूर दूर से आकर किसान रात में ही अपने वाहनों को कतार में लगा देते हैं कि आखिर कभी तो उनका नंबर आएगा जब वह मंडी के अंदर इंट्री कर पाएंगे और अपना अनाज बेंच पाएंगे।
हल निकालने की जिम्मेदारी भूल बैठे हैं…
वहीं सवाल यह खड़ा होता है कि जब किसानों को हर साल ऐसी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है, मगर जनपद में बैठे प्रशासन के जिम्मेदारों को किसानों की समस्या का हल निकालने की जिम्मेदारी भूल बैठे हैं आखिर कब तक किसानों को समस्याओं से दो चार होना पड़ेगा कब तक किसानों की समस्याएं दूर होंगी, वहीं जब इस संबंध में अधिकारियों से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो वह कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से कतराते नजर आए।