Delhi Water Crisis:एक ओर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर सहित देश के अधिकतर राज्य इन दिनों भीषण गर्मी-लू की चपेट में हैं, साथ ही गर्म हवाओं के कारण दिन में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है तो वहीं भीषण गर्मी के चलते दिल्ली में पानी की मांग बढ़ गई है।
दिल्ली के साथ ही देश भर में बिजली और पानी की मांग कई गुना बढ़ चुकी है, जिनकी कमी से हाहाकार मचा हुआ है।वहीं दिल्ली में पानी की कमी की जो सबसे बड़ी वजह है, वो है यमुना के जलस्तर का घटना। इसके लिए दिल्ली सरकार हरियाणा को जिम्मेदार ठहरा रही है।
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राजधानी में कितनी डिमांड-कितनी सप्लाई?
आपको बता दें कि गर्मी के कारण इस वक्त राजधानी में पानी की मांग बढ़ गई है पर दिल्लीवालों की प्यास पूरी तरह बुझा पाने की पूरी तैयारी पहले से नहीं थी। पहले से ही आशंका जताई जा रही थी कि इस बार भी गर्मी में दिल्ली के लोगों की प्यास बुझने वाली नहीं है, क्योंकि राजधानी में जितनी आबादी है, उसके मुकाबले सप्लाई पहले से काफी कम है।
इस बीच दिल्ली में इस वक्त पानी की सप्लाई 998.8 से 1000 एमजीडी यानी मिलियन गैलन पर डे बताई जा रही है। इसके मुकाबले मांग 1296 एमजीडी से 1300 एमजीडी के करीब है। यानी मांग की तुलना में पानी की सप्लाई करीब 300 एमजीडी कम है।
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टैंकर पहुंचते ही टूट पड़ते हैं लोग
वहीं इस भीषण गर्मी में चाणक्यपुरी के संजय कैंप इलाके के लोग इन दिनों पानी के टैंकर पर निर्भर हैं। शुक्रवार को पानी भरने के लिए लोगों की लंबी कतार देखी गई। वहीं लोग बाल्टियां और कैन लेकर टैंकर का इंतजार करते दिखें। इस जल संकट के बीच चाणक्यपुरी संजय कैंप इलाके में लोग पानी के टैंकर से अपनी बाल्टियां भर रहे हैं। वहीं, गीता कॉलोनी में भी लोगों को टैंकरों के जरिए पानी पहुंचाया जा रहा है।
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पानी की बर्बादी पर 2000 रुपए का जुर्माना
इतना ही नहीं दिल्ली में जो लोग भी पानी की बर्बादी करते पकड़े जाएंगे, उन पर 2000 रुपए का जुर्माना लगेगा। जल मंत्री आतिशी ने यह निर्देश जारी किया है। उन्होंने जल बोर्ड को कल से 200 टीमें तैनात करने के निर्देश दिए हैं। ये टीमें सुबह 8 बजे से तैनात होंगी और पानी की बर्बादी करने वाले किसी भी व्यक्ति पर 2000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।और निर्माण स्थलों या व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर किसी भी अवैध पानी के कनेक्शन को काट दिया जाएगा।