लखनऊ संवाददाता- MOHD KALEEM
लखनऊ। शहर में कई आईएएस, पीसीएस और रिटायर अधिकारियों के घरों में बिना लाइसेंस के कुत्ते पाले जा रहे हैं। नगर निगम ने बिना लाइसेंस वाले कुत्तों की चेकिंग शुरू कराई। जिसके बाद यह जानकारी सामने आयी है। गोमतीनगर, बटलर पैलेस में कई आईएएस, पीसीएस और रिटायर अधिकारियों के घरों में बिना लाइसेंस के कुत्ते पले मिले। नगर निगम ने सभी से पांच-पांच हजार रुपये जुर्माना वसूला।
अपर नगर आयुक्त डॉ. अरविन्द राव के निर्देश पर पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा के नेतृत्व में कुत्तों की लाइसेंस चेकिंग का अभियान चलाया गया। अभियान गोखले मार्ग, महाराणा प्रताप मार्ग, बटलर पैलेस कॉलोनी, डालीबाग़ कॉलोनी, पार्क रोड, हजऱतगंज और गोमतीनगर के विपुल खंड, विशाल खंड, पत्रकार पुरम चौराहा आदि क्षेत्रों में चला।
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इस दौरान कई अफसरों के घरों में बिए लाइसेंस के कुत्ते मिले। इनमें से कुछ अफसरों के परिजनों ने टीम पर दबाव भी बनाया लेकिन बिना जुर्माना वसूलें टीम नहीं हटी। अभिनव वर्मा ने बताया कि 11 लोग बिना लाइसेंस कुत्ते पाले हुए मिले। इनमें अधिकतर अधिकारी थे। मौके पर इनसे 46 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। उन्होंने बताया कि 24 जून तक लाइसेंस चेकिंग अभियान चलेगा।
दो हजार लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन
नगर निगम के डाटा के अनुसार अभी तक दो हजार लोगों ने ही अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। बाकि करीब 6000 ऐसे हैं, जो बिना रजिस्ट्रेशन कुत्ते को घर में रखे हुए हैं। नगर निगम में कोविड से पहले यानी 2020 तक करीब पांच हजार लोगों ने अपने पालतू जानवरों का रजिस्ट्रेशन कराया था। कोविड के बाद इसकी संख्या कम हुई है। लॉकडाउन के दौरान रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है। ऐसे में पिछले साल के जिन लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उसके खिलाफ सबसे पहले अभियान चलाया जाएगा।
नगर निगम का अनुमान है कि शहर में आठ हजार से ज्यादा पालतू जानवर हैं। मगर, अभी 50 से 60 फीसदी लोग ही अपना रजिस्ट्रेशन करवाते हैं। इसकी वजह से नगर निगम के राजस्व को नुकसान पहुंचता है। पिछले दो साल में सख्ती के बाद संख्या बढ़ी है। तीन साल पहले तक तीन हजार लोग ही रजिस्ट्रेशन करवाते थे।