तमिलनाडु में डीएमके सांसद दयानिधि मारन के एक बयान पर सियासत तेज हो गई है.सांसद ने यूपी और बिहार के लोगों को लेकर एक विवादित बयान दिया है जिसके बाद एक बार फिर से उत्तर बनाम दक्षिण की राजनीति गरमा गई है.दरअसल डीएमके सांसद ने यूपी और बिहार के लोगों को लेकर कहा कि,यूपी-बिहार के लोग तमिलनाडु में आते हैं और शौचालयों की सफाई करते हैं….बस उनका ये बयान अब विवाद की वजह बनता जा रहा है जिसमें उन्होंने यूपी-बिहार के लोगों को लेकर अपनी मानसिकता का प्रदर्शन किया है।
रोहिणी आचार्य ने की निंदा…
सांसद के इस बयान पर बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने कड़ी आपत्ति जताई है.उनका कहना है कि,यूपी और बिहारियों के बिना देश के तमाम राज्यों की गाड़ी पटरी से उतर जाएगी,फिर भी हमारे बारे में लोग अनर्गल प्रलाप करते रहते हैं,बहुत बुरा लगता है।
बीजेपी अध्यक्ष ने साधा निशाना…
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तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने डीएमके सांसद के ऊपर बड़ा पलटवार किया है। अन्नामलाई ने ट्वीट कर डीएमके पर विभाजनकारी राजनीति का आरोप लगाया.उन्होंने कहा,डीएमके सांसद द्वारा यूपी और बिहार में हमारे दोस्तों की बदनामी के इस वीडियो पर डीएमके सांसद की ओर से एकमात्र प्रतिक्रिया ये है कि ये वीडियो पुराना है. ये कैसा बदलाव है जबकि डीएमके, विभाजनकारी सिद्धांतों पर बनी पार्टी, आज भी ऐसी भाषा का उपयोग करना जारी रखती है?
तेजस्वी यादव ने बताया अशोभनीय बयान…
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने डीएमके सांसद के बयान को अशोभनीय बताया है.उन्होंने कहा,डीएमके सामाजिक न्याय में विश्वास करती है अगर डीएमके सांसद ने जातिगत बुराइयों को उजागर किया होता, अगर उन्होंने बताया होता कि केवल कुछ सामाजिक समूहों के लोग ही ऐसी खतरनाक नौकरियां लेते हैं, तो इसका कोई मतलब होता, लेकिन बिहार और यूपी की पूरी आबादी के बारे में अपमानजनक बातें करना निंदनीय है।
तेजस्वी ने आगे बताया हमारा मानना है कि लोगों के मन में देश के अन्य हिस्सों से आने वाले लोगों के प्रति सम्मान होना चाहिए. हम डीएमके को एक ऐसी पार्टी के रूप में देखते हैं जो हमारे सामाजिक न्याय के आदर्श को साझा करती है.इसके नेताओं को ऐसी बातें कहने से बचना चाहिए जो आदर्श के विपरीत हों।