उ0प्र (मैनपुरी): संवाददाता – अमर जीत सिंह
मैनपुरी। जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने 28 जुलाई को जिला शिक्षा अनुश्रवण समिति, निपुण भारत, जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की समीक्षा के दौरान प्राथमिक विद्यालयों को मानक के अनुसार निरीक्षण न करने पर जिला समन्वयक समेकित शिक्षा को चेतावनी जारी करने, खंड शिक्षाधिकारी घिरोर, कुरावली का स्पष्टीकरण प्राप्त करने, शिक्षा संकुल की प्रगति खराब पाये जाने पर खंड शिक्षा अधिकारी घिरोर, किशनी का स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश देते हुये कहा कि ऑपरेशन कायाकल्प के तहत जनपद के समस्त विद्यालय सभी बिन्दुओं से संतृप्त किये जायें, जिन विद्यालयों में बाउण्ड्रीवॉल निर्माण हेतु धनराशि उपलब्ध नहीं है, वहां वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। सभी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं हेतु अलग-अलग शौचालय, यूरिनल की व्यवस्था रहे।
शौचालय में रनिंग वाटर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। उन्होने कहा कि अभी कुछ विद्यालयों में बालक-बालिका शौचालय, दिव्यांग शौचालय, शौचालय में पानी की उपलब्धता, टाइल्स, विद्युतीकरण का कार्य शेष है। संबंधित खंड शिक्षाधिकारी, खंड विकास अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर तत्काल अवशेष कार्य पूर्ण कराकर विद्यालय में मूल-भूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराए। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, खंड शिक्षाधिकारी नियमित रूप से विद्यालयों का निरीक्षण कर पठन-पाठन, छात्रों की उपस्थिति, विद्यालय में साफ-सफाई की व्यवस्था को सुदृढ़ करें, विलंब से आने वाले, शिक्षण कार्य में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों को चिन्हित कर प्रभावी कार्यवाही की जाये।
डीएम ने विद्यालय में 50 प्रतिशत से कम बच्चों की उपस्थिति पर जताई नाराजगी
श्री सिंह ने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि जनपद के अधिकांश परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष उपस्थिति 50 प्रतिशत से कम है, सम्बन्धित खंड शिक्षाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के ऐसे विद्यालयों जहां पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष 50 प्रतिशत से कम उपस्थिति हो, को चिन्हित कर बच्चों के अभिभावकों से संवाद कर उन्हें प्रतिदिन बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करें, 01 सप्ताह में विद्यालयों में उपस्थिति सुधारी जाये। उन्होने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि नामित अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से विद्यालयों का निरीक्षण नहीं किया जा रहा है। जिला पूर्ति अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, उप जिलाधिकारी सदर, भोगांव, करहल, कुरावली, जिला समन्वयक समेकित शिक्षा, खंड शिक्षा अधिकारी कुरावली, घिरोर द्वारा माह जुलाई में विद्यालयों का निरीक्षण नहीं किया गया है और नाहीं रिपोर्ट उपलब्ध करायी गयी है। जिस पर उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि तत्काल निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
गुणवत्ता के अनुसार मिलें बच्चों को मिले मिड्डे मिल भोजनः डीएम
जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान पाया कि प्राथमिक विद्यालय जौराईपुर में निर्धारित दिवस पर छात्रों को फल, दूध का वितरण नहीं किया गया है, जिस पर उन्होने खंड शिक्षाधिकारी, को जांच कर कार्यवाही करने के आदेश देते हुए उप जिलाधिकारियों, खंड विकास अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों का नियमित रूप से निरीक्षण करें, छात्रों को निर्धारित मीनू के अनुसार गुणवत्तापरक मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराया जाए। निर्धारित दिवस पर निर्धारित मात्रा में दूध, फल, बिस्किट भी छात्रों को दिये जायें, इसमें किसी भी स्तर पर गुणवत्ता, मात्रा में समझौता न किया जाये।
उन्होने कहा कि प्रत्येक माह के तृतीय मंगलवार को शिक्षा संकुल की बैठक का आयोजन किया जाये, बैठक में उप जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी उपस्थित रहें, बैठक की कार्यवृत्त, फोटोग्राफ्स भी उपलब्ध कराये जायें। उन्होने असंतोष व्यक्त करते हुये कहा कि विकास खंड करहल, बरनाहल, कुरावली क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों की आधार सीडिंग की प्रगति ठीक नहीं है, सम्बन्धित खंड शिक्षाधिकारी, विद्यालय स्टॉफ अपने-अपने विद्यालय के पंजीकृत छात्रों का आधार सीडिंग प्राथमिकता पर कराना सुनिश्चित करें ताकि उन्हें योजना का लाभ समय से मिल सके।
बैठक में मौजूद अधिकारीगण
बैठक में अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर. सी. गुप्ता, उप जिलाधिकारी सदर, भोगांव, किशनी, घिरोर, नवोदिता शर्मा, अंजलि सिंह, आर.एन. वर्मा, नितिन कुमार, डिप्टी कलेक्टर सै. सानिया सोनम एजाज, जिला विद्यालय निरीक्षक सुधीर कुमार, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता, जिला पूर्ति अधिकारी कयामुद्दीन अंसारी समस्त खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षाधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।