गाजियाबाद संवाददाता- प्रवीन मिश्रा
गाजियाबाद: कल बीते बुधवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में कुमार विश्वास के काफिले में शामिल सुरक्षा कर्मियों और एक डॉक्टर के बीच हुए विवाद और मारपीट की घटना के प्रकरण को लेकर डॉक्टर्स के संगठन आई एम ए – वेस्ट गाजियाबाद के द्वारा आज एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया है।
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एक डॉक्टर की पिटाई की
आईएमए के अनुसार रोडरेज के चलाते यह घटना हुई और अपना परिचय देने के वावजूद एक डॉक्टर की पिटाई की गई। और घायल डॉक्टर को छोड़ कुमार विश्वास वहा से अलीगढ़ चले गए और उनका यह व्यवहार बेहद निद्निय है। आज वसुंधरा इलाके स्थित आईएमए भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में आज आईएमए वेस्ट के साथ ही इसमे आई. एम.ए. के गाजियाबाद, नोएडा मोदीनगर , और नौएडा एक्सटेंशन मेडिकल एसो. के अध्यक्ष एवं सचिव भी पहुंचे।
डॉक्टर्स में नाराजगी नजर आई
इस प्रकरण में आईएमए के डॉक्टर्स में नाराजगी नजर आई। और आईएमए ने पूरे उत्तर प्रदेश के करीब 18 हजार डॉक्टर्स के समर्थन मिलने और इस मामले को लेकर डॉक्टर्स में फैली नाराजगी होने की बात बताई। आई.एम.ए. के उत्तर प्रदेश के सचिव डा. बी. बी जिंदल ने प्रेस वार्ता को लेकर हमने बात की उनका कहना है कि कुमार विश्वास के सुरक्षा कर्मियों द्वारा डा. पल्लव बाजपेयी के साथ की गई मारपीट करना निद्नीय है।
किसी व्यक्ति को महज इसलिए मारा जाए कि वह समय रहते काउनवॉय को निकलने की जगह नहीं दे पाए ये बेहद गलत है । इस पूरे घटनाक्रम के दौरान एक डाक्टर को श्री कुमार विश्वास की जानकारी में उनके सुरक्षाकर्मियों द्वारा एक डॉक्टर से मारपीट की गई उन्होंने न सिर्फ गाड़ी से बाहर आना आवश्यक समझा बल्कि न ही किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप का प्रयास भी नहीं किया। वे मारपीट कर डॉक्टर को अधमरा कर सड़क पर छोड़कर काफिले के साथ निकल गए।
आईएमए ने इस पूरे मामले में मांग की
डाक्टर ने जानकारी न होने के कारण कहीं भी श्री कुमार विश्वास का नाम तब तक नहीं लिया। जबकि कुमार विश्वास जो इस मामले में आरोप लगाए गए और जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया वह बेहद गलत है। आईएमए ने प्रेस वार्ता में सवाल खड़े किए की क्या एक निहत्थे, उनके मुकाबले शारीरिक और सांख्यिक बल बहुत कम वाले व्यक्ति को बिना मारे पीर्ट कंट्रोल कर पाना इन सुरक्षा कर्मियों के लिए संभव नहीं था। अकेला डॉक्टर किस तरह इतने सुरक्षा कर्मियों से मारपीट कर सकता था। वही आईएमए ने इस पूरे मामले में मांग कि कुमार विश्वास घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए, बिना शर्त सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। जिन सुरक्षाकर्मियों ने यह हरकत की है। उनके विरुद समुचित दंडात्मक कार्यवाही की जाये। MLC की copy उपलब्ध कराई जाए और injuries को देखते हुए IPC की उपयुक्त धाराओं में मुकदमा दर्ज हो।
सुरक्षा कर्मियों के नाम रिपोर्ट में आए
FIR में नामजद रिपोर्ट हो अज्ञात व्यक्तियो के नाम से नहीं। श्री कुमार विशवाश के सुरक्षा कर्मियों के नाम रिपोर्ट में आये। आईएमए से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि घटना को लेकर सभी चिकित्सक वर्ग में शेष व्याप्त है तथा वह अपेक्षा करते हैं कि प्रशासन उन्हें अपनी कार्यवाही से आश्वस्त करेगा तथा भयमुक्त होकर घूमने और काम करने का माहौल मिलेगा। वही 2 दिन का समय आईएमए द्वारा पुलिस और प्रशासन को उनकी मांगों को लेकर दिया है और उसके बाद आईएमए से जुड़े सभी संगठन इखठा होकर बातचीत करेंगे आगे का कदम उठाएंगे ।