डायबिटीज के मरीजों को आमतौर पर फलों से दूरी बनाने की सलाह दी जाती है, खासकर उन फलों से जो ज्यादा मीठे होते हैं, जैसे केला। केला एक कार्बोहाइड्रेट से भरपूर फल है, और इसमें शुगर की मात्रा भी अधिक होती है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है। इस कारण, इसे डायबिटीज मरीजों के लिए सावधानीपूर्वक खाने के रूप में माना जाता है।हालांकि, यह पूरी तरह से सच नहीं है कि डायबिटीज के मरीजों को केले से पूरी तरह से बचना चाहिए।
रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखता है
केले का सेवन अगर नियंत्रित मात्रा में किया जाए, तो यह शरीर के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इसमें फाइबर, पोटैशियम, विटामिन B6 और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। लेकिन, रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए डायबिटीज के मरीजों को केले के सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए।यह भी महत्वपूर्ण है कि मरीज के ब्लड शुगर लेवल को ध्यान में रखते हुए केला खाया जाए।
Banana for diabetes,Should diabetics avoid bananas?,Diabetes and banana consumption”डायबिटीज के मरीजों को केले का सेवन
कुछ कच्चे केले या नॉन-स्टार्ची फलों की तुलना में अधिक पोषक हो सकते हैं, क्योंकि इनमें शुगर की मात्रा कम और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को केले का सेवन सीमित मात्रा में और उचित आहार की सलाह से करना चाहिए। डायबिटिक मरीजों को केला नहीं खाना चाहिए, क्योंकि यह उनके ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है।
केले में शुगर और कार्बोहाइड्रेट
केले में कार्बोहाइड्रेट और फ्रक्टोज (प्राकृतिक शुगर) की मात्रा थोड़ी अधिक होती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है कि डायबिटिक मरीजों को केला पूरी तरह से छोड़ देना चाहिए।
केले के फायदे
केला एक फाइबर से भरपूर फल है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, इसमें पोटैशियम और विटामिन B6 जैसे पोषक तत्व भी होते हैं, जो दिल और पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होते हैं।
सावधानी और संयम
डायबिटिक मरीजों को केला सावधानीपूर्वक और संयमित मात्रा में खाना चाहिए। कच्चा केला या उस समय का केला जिसमें शुगर कंटेंट कम हो, बेहतर हो सकता है। इसके अलावा, डॉक्टर ने यह भी कहा कि ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए केला खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल की निगरानी करना आवश्यक है।
समय और मात्रा
केले का सेवन कभी-कभी स्मॉल पोर्शन (छोटी मात्रा में) और सही समय पर किया जा सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनका ब्लड शुगर नियंत्रण में है।