Dhanteras 2024: इस साल पंचांग भेद के कारण धनतेरस (Dhanteras) की तिथि को लेकर काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन अब यह तय हुआ है कि 29 अक्टूबर 2024 को धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन सुबह से रात तक खरीदारी और पूजा के लिए विशेष शुभ मुहूर्त उपलब्ध रहेगा. धनतेरस पर सोना-चांदी, बर्तन और अन्य शुभ वस्तुओं की खरीदारी करना परंपरा का हिस्सा है.
Read More: प्रसिद्ध लोक गायिका Sharda Sinha की तबीयत बिगड़ी, दिल्ली एम्स में भर्ती
प्रदोष काल में लक्ष्मी-कुबेर पूजा का महत्व
बताते चले कि धनतेरस (Dhanteras) के दिन शाम को प्रदोष काल में भगवान धन्वंतरि के साथ माता लक्ष्मी और कुबेर की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि इस पूजा से घर में समृद्धि और सुख-समृद्धि बनी रहती है. धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में सोना-चांदी खरीदने का विशेष महत्व है, जिससे मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में बरकत आती है.
धनतेरस पर सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त
इस साल धनतेरस (Dhanteras) पर सोना खरीदने के लिए 29 अक्टूबर को सुबह 10:31 मिनट से लेकर 30 अक्टूबर की सुबह 6:32 मिनट तक शुभ समय है. कुल 20 घंटे 1 मिनट तक का शुभ मुहूर्त उपलब्ध होगा, जिसमें लोग अपनी पसंदीदा वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं. धनतेरस पर सोना, चांदी, बर्तन, गाड़ी, ज्वेलरी, मकान, दुकान आदि की खरीदारी शुभ मानी जाती है. इसके अलावा झाड़ू, पीतल के बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक सामान और धनिया भी खरीदी जाती है.
Read More: Maharashtra Assembly Elections: BJP ने जारी की दूसरी सूची, 22 उम्मीदवारों के नाम का किया ऐलान
त्रिपुष्कर योग का विशेष महत्व
इस साल धनतेरस (Dhanteras) पर त्रिपुष्कर योग का संयोग बन रहा है, जो इस पर्व को और भी खास बना देता है। त्रिपुष्कर योग का समय सुबह 6:31 से 10:31 बजे तक रहेगा। मान्यता है कि इस योग में किए गए कार्यों का तीन गुना फल प्राप्त होता है. यदि इस योग में शुभ वस्तुओं की खरीदारी की जाती है, तो उसमें तीन गुना वृद्धि की संभावना होती है। साथ ही, अगर कोई नया व्यवसाय या शुभ कार्य शुरू किया जाए, तो उसमें तीन गुना लाभ प्राप्त करने के योग बन सकते हैं.
सोना और जौ की खरीदारी का महत्व
धनतेरस (Dhanteras) पर सोने की खरीद को बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि सोना मां लक्ष्मी का प्रतीक होता है. मान्यता है कि धनतेरस पर सोना खरीदने से लक्ष्मीजी स्थायी रूप से घर में वास करती हैं और संपन्नता आती है. यदि सोना खरीदना संभव न हो, तो धनतेरस पर जौ खरीद सकते हैं, क्योंकि इसे भी समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. घर में जौ लाकर उसे क्यारी या गमले में बोना शुभ होता है, जिससे संपन्नता बढ़ती है. बाकी बचे जौ को पूजा आदि में उपयोग करने से घर में सुख-शांति और संपन्नता का वातावरण बना रहता है.