UP DGP: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में मंगेश यादव एनकाउंटर मामले पर सियासी पारा खूब हाई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव एनकाउंटर और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं साथ ही डकैती में बदमाशों के पास से बरामद माल की रिकवरी के बार में भी पूछ रहे हैं। अखिलेश यादव के इन्हीं आरोपों पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस में मंगेश यादव एनकाउंटर के बारे में मीडिया को फुलप्रूफ जानकारी दी और बदमाशों के पास से बरामद माल का भी पूरा ब्यौरा दिया है।
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मंगेश यादव एनकाउंटर पर DGP की सफाई
डीजीपी प्रशांत कुमार ने आरोपों पर जवाब देते हुए कहा,मंगेश यादव के एनकाउंटर में निष्पक्ष कार्रवाई हुई है। इसको लेकर लगाए जा रहे सभी आरोप निराधार हैं उन्होंने बताया डकैती में लूटे गए पूरे सोने की बरामदगी हो गई है आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पुलिस पर फायरिंग की जाती है तो कई तरह की भ्रांतियां लोगों द्वारा फैलाई जाती हैं लेकिन हम पीयूसीएल की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करवाते हैं।
डकैती में लूटा गया 2 करोड़ का सोना बरामद
यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने जानकारी देते हुए बताया कि,डकैती का मास्टरमाइंड विपिन सिंह था जो लखनऊ और गुजरात की बड़ी डकैतियों में शामिल था।पुलिस ने दुर्गेश,अरविंद,विनय और विनय शुक्ला नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 2 करोड़ के सोने के जेवरात,अत्याधुनिक हथियार और कई अन्य सामान भी बरामद हुआ है।एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया 13 और 15 अगस्त को विपिन, फुरकान और उसके 3 साथियों ने डकैती से पहले रेकी की थी घटना में मंगेश यादव भी शामिल था। वारदात के समय फुरकान, अनुज और अरबाज डकैती के लिए दुकान में अंदर घुसे थे जबकि मास्टरमाइंड विपिन सिंह, विनय शुक्ला और मंगेश यादव बाहर खड़े इंतजार कर रहे थे।
डकैती कांड का मास्टरमाइंड था विपिन सिंह
वारदात का मास्टरमाइंड रहा विपिन ने रायबरेली कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। उसकी निशानदेही पर ही पुलिस ने 4 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। विपिन सिंह को पुलिस ने 5 दिनों की रिमांड पर लिया था जब उसने पूछताछ में लूट से जुड़ी कई सारी बातें पुलिस को बताई।
मामले का मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
फिलहाल समाजवादी पार्टी की ओर से मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर लगातार उठाए जा रहे सवालों के बीच इसका संज्ञान मानवाधिकार आयोग ने लिया है। राज्य मानवाधिकार आयोग ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और सुल्तानपुर के डीएम को रिपोर्ट सौंपने को कहा है। मानवाधिकार आयोग ने 27 सितंबर तक एनकाउंटर मामले पर डीएम को रिपोर्ट सौंपने को कहा जिसकी सुनवाई 30 सितंबर को होगी।