प्रयागराज संवाददाता- आशीष भट्ट
Prayagraj: भाई-बहन के बीच प्रेम बढ़ाने और उनके रिश्तों को मजबूत करने के लिए हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस दिन यानी आज के दिन बहनें भाई के मस्तक पर तिलक करती हैं और उनके जीवन को निरोगी बनाने और उनकी दीर्घायु के लिए प्रार्थना करती हैं। इस दिन को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है।
यम यातना से मुक्ति मिलती
मान्यता है कि भाई दूज यानी यम द्वितीया के दिन यमुना में स्नान व पूजा-अर्चना करने से यम यातना से मुक्ति मिलती है। यही वजह है कि हर साल आज के दिन भारी तादात में श्रद्धालु यमुना नदी में आस्था की डुबकी लगाते हैं।
श्रद्धालुओं ने नदी में आस्था की डुबकी लगाई
भाई दूज के इस पावन अवसर पर प्रयागराज के बलुआघाट में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने यमुना नदी में आस्था की डुबकी लगाई। इस मौके पर अधिकांश भाई एवं बहनों ने अपने-अपने प्यार भरे रिश्तों को जन्म-जन्मांतर तक बरकार रखने और खुशहाली की कामना की।
प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए
यम द्वितीया स्नान को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। यमुना नदी के किनारे बैरिकेडिंग और गोताखोर लगाए गए हैं भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने खोया-पाया केंद्र भी बनाया है। तो वही श्रद्धालुओं से अपील भी की जा रही है कि गहरे पानी में न जाएं।