Hathras Satsang Stampede: हाथरस में हुए हादसे में मारे गए श्रद्धालुओं में उत्तर प्रदेश के साथ-साथ 3 अन्य राज्यों के श्रद्धालु भी शामिल हैं। इनमें मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के श्रद्धालु शामिल हैं। वहीं, प्रदेश के अंदर 17 जनपदों के श्रद्धालुओं की भी मृत्यु हुई है।
इन सभी मृतकों के परिजनों को योगी सरकार सहायता राशि प्रदान करेगी। जिला प्रशासन द्वारा जारी मृतकों की सूची में 6 मृतक अन्य राज्यों से है। इनमें मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक, हरियाणा के पलवल से एक और फरीदाबाद से 3, जबकि राजस्थान के डीग से 1 श्रद्धालु शामिल है।
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हेल्पलाइन नंबर जारी
इसी तरह उत्तर प्रदेश के मृतकों में सर्वाधिक 22 मृतक हाथरस से हैं, जबकि आगरा से 17, अलीगढ़ से 15,एटा से 10, कासगंज और मथुरा से 8-8,बदायूं से 6, शाहजहांपुर और बुलंदशहर से 5-5, औरैया और संभल से 2-2, जबकि ललितपुर, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी और उन्नाव से एक-एक श्रद्धालु की मृत्यु हुई है।
कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश से बाहर के 6 और उत्तर प्रदेश के 106 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। कुल 121 में से अब तक 112 की शिनाख्त हुई है। इन 121 मृतकों में से 113 महिलाएं, 6 बच्चे (5 बच्चे और 1 बच्ची)व 2 पुरुष शामिल हैं। प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम/हेल्पलाइन नंबर 05722-227041, 42, 43, 45 भी जारी किया गया है।
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हाथरस में कैसे हुई भगदड़?
अधिकारियों ने कहा कि जिस स्थान पर हाथरस में भगदड़ हुई वो मंगलवार दोपहर को वहां एकत्र हुई भीड़ को समायोजित करने के लिए बहुत छोटा था.सत्संग के बाद जब नारायण साकर हरि जा रहे थे तो उनके अनुयायियों में उनकी कार के टायरों के निशान से धूल इकट्ठा करने की होड़ मच गई।इससे भगदड़ मच गई और सैकड़ों लोग कुचले गए….अधिकारियों ने बताया कि,उनके सहयोगियों जिन्हें ‘सेवादार’ के नाम से जाना जाता है ने भीड़ को ‘आदमी’ के पास जाने से रोका था दिया और भाग रहे लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े, जिससे नीचे खड़े लोगों का दम घुटने लगा।