बाराबंकी संवाददाता : आन्नद अवस्थी
बाराबंकी : जिले के पुलिस अधीक्षक के द्वारा मेला शुरू होने से पूर्व पुलिसकर्मियों की ब्रीफिंग (बैठक) कर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से शालीनता से पेश आने एवं पार्किंग के नाम पर स्थानीय लोगों को न रोकें जाने के सख्त निर्देश दिये गये थे। लेकिन सोमवार को ऑडिटोरियम के पास बने पार्किंग स्टैंड पर तैनात सिपाही सौरभ गुप्ता के द्वारा स्थानीय नागरिकों से जमकर अभद्रता की गई है यहां तक कि शिव भक्तों को भी नहीं बख्शा गया। जबकि यह सर्वविदित है इस मेले में जितनी संख्या में सामान्य जन दर्शन पूजन के लिए आते हैं उतने ही विशिष्ट जन भी आते हैं। लेकिन पुलिस विभाग के सिपाही की उद्दंडता एवं हठधर्मिता के चलते कई बार कानून व्यवस्था बिगड़ते बिगड़ते बची।
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श्रद्धालुओं एवं क्षेत्रीय लोगो के साथ की गई अभद्रता
ज्ञात हो कि मेले के शुरुआती दौर में पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक आशुतोष मिश्रा एसडीएम रामनगर अनुराग सिंह ने मेले में लगाए गए पुलिसकर्मियों के साथ ऑडिटोरियम में एक बैठक आहूत की थी जिसमे पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने पुलिसकर्मियों को निर्देश देते हुए कहा था कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से शालीनता पूर्वक पेश आकर उनकी मदद करना है और पार्किंग स्टैंड पर किसी भी स्थानीय व क्षेत्रीय व्यक्ति को नहीं रोका जाएगा। लेकिन ऑडिटोरियम पार्किंग स्टैंड के गेट पर तैनात सिपाही सौरभ गुप्ता ने एसपी के आदेशों को तार तार कर दिया। मेले में आने वाले तमाम श्रद्धालुओं एवं क्षेत्रीय लोगो से अभद्रता की गई।
पार्किंग स्थल पर तैनात किया गया पुलिस बल
सिपाही के अभद्र व्यवहार करने पर तमाम श्रद्धालु व क्षेत्र के जागरूक जनों के बीच तीखी नोक झोंक भी हुई। जबकि ऑडिटोरियम पार्किंग स्थल पर तैनात पुलिसकर्मियों की सह पर मेले में पैदल चल रहे श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच ई-रिक्शा फर्राटा भर रहे थे।सूत्रों के मुताबिक पार्किंग स्टैंड के संचालकों द्वारा सिपाही से सांठगांठ कर ली गई थी जिसके चलते स्थानीय लोगों के भी मोटरसाइकिल सिपाही के द्वारा जबरन खड़ी कराई जा रही थी इससे पार्किंग स्टैंड के संचालकों का फायदा हो रहा था।
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आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाही
सिपाही की इस करतूत के चलते पूरा दिन ऑडिटोरियम के पास बने बैरियर पर नोक झोंक होती रही। कई बार तो श्रद्धालुओं का सिपाही से विवाद होते-होते रह गया यदि विवाद की स्थिति पैदा होती सुनिश्चित है पूरे मेले में कानून व्यवस्था को लेकर व्यवधान पैदा हो जाता अकेले सिपाही की करतूत से थाना और सर्किल से लेकर जिले में बैठे आला अधिकारियों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता। आवश्यकता है इसे बेलगाम पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए जिससे उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मेले में कानून व्यवस्था को लेकर कोई संकट न पैदा हों।