लखनऊ संवाददता- मोहम्मद कलीम
लखनऊ : डफरिन में भर्ती महिलाओं व गर्भवतियों की डेंगू और मलेरिया की जांच बंद हो गई है। बीते चार-पांच दिनों से यहां जांचें नहीं हो रही हैं। मजबूरन बलरामपुर अस्पताल में गर्भवतियों को लंबी कतारों में लगकर जांच करवानी पड़ रही है। वहीं निजी पैथोलॉजी में काफी रुपये खर्च होते हैं।
अस्पताल भेजा गया था
डफरिन से शाहीन को एमपी वीडॉल, डेंगू, मलेरिया की जांच के लिए बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी भेजा गया। वहां लाइन में लगकर जांच करवाने में उन्हें करीब आधा घंटा से अधिक समय लग गया। ऐसे ही 21 अगस्त को कविता देवी को भी यही जांचें करवाने के लिए बलरामपुर अस्पताल भेजा गया था।
पैथोलॉजी में काफी रुपये खर्च
वीरांगना अवंतीबाई महिला अस्पताल (डफरिन) में किट न होने से भर्ती महिलाओं व गर्भवतियों की डेंगू और मलेरिया की जांच बीते चार-पांच दिनों से बंद है। यहां रोजाना 50 से 60 महिलाओं व गर्भवतियों को बुखार आने पर डेंगू, मलेरिया आदि जांच डॉक्टर लिख रही हैं। ओपीडी से बुखार की मरीजों को निजी पैथोलॉजी या बलरामपुर अस्पताल भेजा जा रहा है। बलरामपुर अस्पताल में गर्भवतियों को लंबी कतारों में लगकर जांच करवानी पड़ रही है। निजी पैथोलॉजी में काफी रुपये खर्च होते हैं।
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जांचें शुरू की जाएंगी
डफरिन अस्पताल की प्रमुख अधीक्षक डॉ. मधु गैरोला ने बताया कि हमारे अस्पताल में डेंगू जांच की किट खत्म हो गई थी। कुछ मरीजों को नजदीक होने की वजह से बलरामपुर अस्पताल जांच के लिए भेज दिया जा रहा था। सीएमओ कार्यालय से किट मिल गई है। सभी जरूरी जांचें शुरू की जाएंगी।