यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धर्म एक ही है, वह है ‘सनातन धर्म’। वह है सनातन धर्म। बाकी सब संप्रदाय और उपासना पद्धति हैं। सनातन धर्म मानत का धर्म है।
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने हिंदुत्व को लेकर बड़ा बयान दिया है। सोमवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धर्म एक ही है, वह है सनातन धर्म। बाकी सब संप्रदाय और उपासना पद्धति हैं। सनातन धर्म मानत का धर्म है। यदि सनातन धर्म पर आघात होगा तो विश्व की मानवता पर संकट आ जाएगा।
बता दे कि सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में अपने पितामह गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 54वीं एवं अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की नौवीं पुण्यतिथि समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में अंतिम दिन समापन सत्र को संबोधित ये बात कही।
सनातन धर्म पर सीएम योगी का बयान…
धर्म तो दुनिया में एक ही है, वह है- 'सनातन धर्म' pic.twitter.com/7BRpFltw4c
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) October 2, 2023
सीएम योगी ने इस कार्यक्रम के दौरान श्रीमद्भागवत गीता को लेकर भी कही बातें कहीं। उन्होंने कहा, “श्रीमद्भागवत का सार समझना जरूरी है, इसे समझने के लिए विचारों में संकीर्णता नहीं होनी चाहिए। छोटी और संकुचित सोच वाले कभी भी ‘श्रीमद्भागवत’ की विराटता के दर्शन नहीं कर सकते।”
जनहित में भगवान श्रीकृष्ण ने लिए प्रेरणादायी संकल्प: श्रीकृष्णचंद्र
श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के अंतिम दिन कथाव्यास श्रीकृष्णचंद्र शास्त्री ने भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण के उन संकल्पों के बारे बताया, जो उन्होंने जनहित लिए थे। कथाव्यास ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण जब तक ब्रज में रहे तब तक उन्होंने चप्पल नहीं पहना। उनका संकल्प था कि जब तक हमारे राष्ट्र के प्रत्येक जन के पैर में चप्पल न हो जाय, तब तक मैं स्वयं भी चप्पल नहीं पहनूंगा।
जो यहां नहीं, वह दुनिया में कहीं नहीं मिलेगा: सीएम योगी आदित्यनाथ…
श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ कार्यक्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा, ‘श्रीमद्भागवत महापुराण ने मुक्ति की जो बात की है, वह केवल सनातन धर्म में ही मिलेगा और कहीं नहीं देखने को मिलेगा। यह गारंटी भी भगवान वेदव्यास ही दे सकते हैं, जो यहां है वही सर्वत्र है और जो यहां नहीं है वह दुनिया में और कहीं नहीं मिलेगा. भारत के सभी नागरिकों को इस पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए।’
उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद बढ़ा बवाल…
दरअसल तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारी से कर दी थी. जिसके बाद से ही बीजेपी इस मुद्दे को लेकर विरोधी दलों पर हमलावर हैं। सीएम योगी भी इस मुद्दे पर कई बार अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। इससे पहले भी उन्होंने सनातन का विरोध करने वालों को जवाब देते हुए कहा था कि सनातन एक सत्य है,
जिसे कोई नहीं मिटा सकता है। सीएम योगी ने कहा था कि ये लोग बस सरकार के काम को कम दिखाने के लिए सनातन पर उंगली उठाने का काम कर रहे हैं, लेकिन विरोध करते-करते ये भूल जाते हैं कि रावण को भी अहंकार हो गया था। बाबर, औरंगजेब ने भी कोशिश की थी, लेकिन कोई भी कभी सनातन को मिटा नहीं पाया है। ऐसे में ये तुच्छ लोग कैसे सनातन को मिटा देंगे।
‘युवाओं में राष्ट्रवाद भरने का किया काम’
सीएम योगी ने कहा कि महंत दिग्विजयनाथ जी ने गोरक्षपीठ से जुड़ने के बाद सबसे पहले शिक्षा पर जोर देते हुए महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना की। उन्होंने युवा पीढ़ी को राष्ट्रवाद से ओतप्रोत करने के लिए अपनी संस्थाओं को बढ़ाया। उनके द्वारा स्थापित शिक्षा परिषद ने युवाओं में राष्ट्रवाद भरने का काम किया है। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना की। इसके साथ ही उनके द्वारा स्थापित चार दर्जन शैक्षणिक प्रशिक्षण संस्थान युवा पीढ़ी को देश और समाज से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करने का काम कर रहे हैं।