Delhi Airport: दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों को एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल तक जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। उनकी इस परेशानी को दूर करने के लिए अब एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने टर्मिनल 1 और टर्मिनल 2/3 के बीच एक स्वचालित पीपल मूवर (APM) या एयर ट्रेन चलाने का फैसला किया है, जिससे यात्रियों को जाम और लंबी दूरी तय करने की समस्याओं से राहत मिलेगी।
एयर ट्रेन से मिनटों में होगा सफर
दिल्ली एयरपोर्ट, जो कि इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGIA) के नाम से भी जाना जाता है, देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। यहां तीन टर्मिनल (T1, T2, और T3) हैं, जिनमें से यात्रियों को एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल तक जाने के लिए अब तक सड़क मार्ग पर निर्भर रहना पड़ता था। कई बार जाम और ट्रैफिक के कारण यात्री अपनी उड़ानें तक नहीं पकड़ पाते थे। इन समस्याओं के समाधान के लिए DIAL ने एयर ट्रेन शुरू करने की योजना बनाई है, जो टर्मिनल 1 से टर्मिनल 2 और 3 के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी।
7.7 किमी का सफर होगा आसान
DIAL ने इस एयर ट्रेन के लिए टेंडर भी जारी कर दिया है। यह ट्रेन 7.7 किलोमीटर की दूरी को कवर करेगी और एरोसिटी व कार्गो सिटी के बीच से गुजरेगी। यह प्रणाली यात्रियों को एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल तक तेजी से और सुरक्षित तरीके से पहुंचाने के लिए तैयार की जा रही है। इसके साथ ही, यह एयरपोर्ट के यात्री अनुभव में सुधार करने और कार्बन उत्सर्जन को भी कम करने में मदद करेगी।
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एएसक्यू स्कोर में होगा सुधार
इस नई प्रणाली से एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (ASQ) स्कोर में भी सुधार होने की उम्मीद है। यह स्कोर यात्रियों द्वारा दी जाने वाली सेवा गुणवत्ता पर आधारित होता है। एयर ट्रेन से यात्रियों को बेहतर और तेज सुविधा मिलने से इस स्कोर में सकारात्मक बढ़ोतरी की संभावना है।
DTC बसों की जगह लेगी एयर ट्रेन
फिलहाल, दिल्ली एयरपोर्ट के विभिन्न टर्मिनलों के बीच यात्रियों को दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बसों पर निर्भर रहना पड़ता था, जिसमें काफी समय लग जाता था। लेकिन अब एयर ट्रेन शुरू होने के बाद यह सफर महज कुछ मिनटों में पूरा हो जाएगा। एयर ट्रेन की शुरुआत से यात्रियों को राहत मिलेगी और वे आसानी से एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल तक पहुंच सकेंगे।
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4 स्टॉपेज होंगे एयर ट्रेन के
DIAL द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार, इस एयर ट्रेन के कुल 4 स्टॉपेज होंगे। यह ट्रेन यात्रियों के लिए मुफ्त होगी और टर्मिनलों के बीच तेजी से यात्रा सुनिश्चित करेगी। दुनिया के कई प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर पहले से ही एयर ट्रेन संचालित की जा रही हैं, और अब भारत भी इस आधुनिक सुविधा की ओर कदम बढ़ा रहा है। दिल्ली एयरपोर्ट के इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए जो भी लागत आएगी, वह एयरलाइंस से ली जाने वाली लैंडिंग और पार्किंग फीस से वसूल की जाएगी। DIAL का लक्ष्य इस प्रोजेक्ट को डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और हस्तांतरण (DBFOT) मॉडल पर लागू करना है।
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एयर ट्रेन की आवश्यकता क्यों?
दिल्ली एयरपोर्ट से हर साल 7 करोड़ से अधिक यात्री सफर करते हैं, और अगले 6-8 वर्षों में यह संख्या दोगुनी हो सकती है। ऐसे में टर्मिनलों के बीच यात्री कनेक्टिविटी को सुधारना बेहद जरूरी हो गया है। टर्मिनल 1, टर्मिनल 2 और टर्मिनल 3 की दूरी और ट्रैफिक की समस्याओं को देखते हुए एयर ट्रेन एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। यह ट्रेन यात्रियों के समय और ऊर्जा की बचत करने के साथ-साथ हवाई अड्डे की कार्यक्षमता को भी बढ़ाएगी।
क्या है एयर ट्रेन?
एयर ट्रेन, जिसे ऑटोमेटेड पीपल मूवर (APM) के नाम से भी जाना जाता है, यह एक स्वचालित ट्रेन प्रणाली है जो हवाई अड्डों पर विभिन्न टर्मिनलों और महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ने के लिए उपयोग की जाती है। यह ट्रेन बिना किसी ड्राइवर के चलती है और यात्रियों को निःशुल्क सेवा प्रदान करती है। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर यह सुविधा काफी प्रचलित है और अब दिल्ली एयरपोर्ट भी इसी श्रेणी में शामिल होने जा रहा है।
अक्टूबर-नवंबर में शुरू होगी प्रक्रिया
DIAL द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार, इस परियोजना के लिए टेंडर प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है और उम्मीद है कि अक्टूबर-नवंबर तक इसके लिए बोली लगनी शुरू हो जाएगी। इसके बाद, निर्माण कार्य और अन्य प्रक्रियाओं को तेजी से पूरा किया जाएगा ताकि यात्रियों को जल्द से जल्द इस सुविधा का लाभ मिल सके। दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर ट्रेन की शुरुआत से यात्रियों की यात्रा बेहद सरल और तेज हो जाएगी। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि हवाई अड्डे की कार्यक्षमता और पर्यावरण पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। एयरपोर्ट के इंफ्रास्ट्रक्चर में यह सुधार भविष्य में यात्रियों के लिए एक बेहतर अनुभव सुनिश्चित करेगा।