एमएम जयश्री (27) निजी पायलट लाइसेंस (पीपीएल) परीक्षा पूरी करने वाली समुदाय की पहली महिला बनकर नीलगिरी में बदुगास के लिए एक प्रेरणा बन गई हैं। बडगा समुदाय के लिए बहुत बड़ी खुशी की बात है। बता दे कि सपनों की उड़ान भरने वाली लड़की का नाम जयश्री है।
तमिलनाडु: ओडिशा के माओवाद प्रभावित मलकानगिरी जिले की 27 वर्षीय आदिवासी महिला वाणिज्यिक पायलट बनने वाली राज्य की पहली आदिवासी बन गई है। कोटागिरी के पास कुरुकाथी के सेवानिवृत्त ग्राम प्रशासनिक अधिकारी जे मणि की बेटी, जयश्री ने शहर में स्कूली शिक्षा और कोयंबटूर में कॉलेज (एम.ई कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग) पूरा किया। बता दें, जयश्री पहली महिला पायलट हैं जो बडगा समुदाय की होकर सफलता की बुलंदियों को छू रही है। उन्होंने अपनी इस यात्रा का बारे में बताया है।
सपने को 2020 में पंख लगे…
पायलट बनने के बचपन के सपने को 2020 में पंख लग गए जब वह महामारी के दौरान एक आईटी कंपनी के लिए घर से काम कर रही थी। इस पर ऑनलाइन शोध करने और दोस्तों और परिवार के साथ इस विचार पर चर्चा करने के बाद, वह दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में एक संस्थान से पायलट प्रशिक्षण में शामिल हो गईं। मणि ने कहा कि उनकी पत्नी मीरा शुरू में अपनी बेटी को विदेश भेजने के विचार से तुरंत सहमत नहीं थीं क्योंकि यह एक अलग पेशा है।
पायलट बेटी के लिए क्या बोली उनकी मां…
जयश्री की मां ने कहा, “मेरी बेटी अब पायलट बन गई है। मैं बहुत खुश हूं। उसने काफी मेहनत की। वो बचपन से ही काफी प्रतिभाशाली थी। हमें उम्मीद था कि वो कुछ बहुत अच्छा करेगी लेकिन पायलट बनेगी इसकी उम्मीद नहीं थी। पैरेंट्स होने के नाते मैं बहुत खुश हूं कि मैंने उसका समर्थन किया। बाकी के माता-पिता से भी मैं यही कहना चाहती हूं कि आप भी अपने बच्चों का समर्थन करें।”
ओडिशा की पहली आदिवासी महिला थीं…
आदिवासी नेता और ओडिशा आदिवासी कल्याण महासंघ के अध्यक्ष, निरंजन बिसी ने कहा कि ओरांव जनजाति की महिला लकड़ा न केवल मलकानगिरी की, बल्कि ओडिशा की पहली आदिवासी महिला थीं। बिसी ने कहा, “ऐसे जिले में जहां अभी तक रेलवे लाइन नहीं है, वहां के आदिवासियों के लिए यह गर्व की बात है कि एक स्थानीय महिला अब विमान उड़ाएगी।”
जयश्री का लोगों को संदेश…
दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो अपने करियर को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि वो अपने करियर में क्या करें’ करियर बदलने का ये सही वक्त है या नहीं। इसपर जयश्री ने कहा कि मैं कहना चाहती हूं कि अगर आप अपना करियर बदलना चाहते हैं तो देरी नहीं हुई है।