बलरामपुर संवाददाता- प्रमोद पाण्डेय
बलरामपुर जिले के तुलसीपुर थाना क्षेत्र में कुछ दिनों पहले रात 11:30 बजे किराने की दुकान न खोलने के कारण विवाद इतना बढ़ गया कि एक दबंग व्यक्ति ने दलित समाज से आने वाले दो व्यक्तियों को पीट-पीट कर लगभग अधमरा कर दिया। गंभीर रूप से घायल रामसूरत दलित समाज से आते हैं और थाने के अंतर्गत आने वाले मधवडीह गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने पुलिस अधीक्षक केशव कुमार के यहां प्रार्थना पत्र देते हुए यह दरखास्त लगाई है कि उनका और उनके बेटे का दोबारा चिकित्सीय परीक्षण करवाया जाए व जिस मामले को तुलसीपुर पुलिस ने एनसीआर के तहत दर्ज किया है। उसमें धाराएं बढ़ाई जाए।
सिर में गंभीर चोटें आई हैं…
रामसूरत ने मीडिया को घटना बताते हुए बताया कि 15/12/2023 को रात्रि करीब 11:30 बजे विपक्षी शकील घर में घुस आया। 60 वर्षीय रामसूरत बाहर फॉर्चून की दुकान है, जिसमें वह सामान बेचकर किसी तरह से अपना भरण पोषण कर रहा था। उसे न खोलने के कारण जब दबंग शकील उसके घर में घुस आया और मारपीट करने लगा। रामसूरत ने बताया कि अचानक लाठी डंडे से हुई हमले के कारण उसके सिर में गंभीर चोटें आई हैं और उसके सिर में 6 टाके लगे हैं। इसी के साथ जब बीच बचाव करने के लिए उसका बेटा राजकुमार आया तो दबंग शकील ने उसे भी पीठ पीठ कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। उसके सिर में चोट लगने के कारण वह रह रहकर बेहोश हो जाता है। प्रार्थी ने जब तुलसीपुर थाने पर घटना के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया तो मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।
धारा बढ़ाने की भी मांग की है…
लेकिन मुकदमे को महज IPC की 323, 504 और 506 ही पंजीकृत किया गया। प्रार्थी ने पुलिस अधीक्षक केशव कुमार के दफ्तर में दरखास्त लगाते हुए समुचित चिकित्सीय परीक्षण करवाए जाने की मांग की है। इसके साथ ही उसने मुकदमे में धारा बढ़ाने की भी मांग की है। रामसूरत पिछले कई दिनों से न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। उसका इलाज तक नहीं हो पा रहा है।