लोकसभा चुनाव 2024: लोकसभा चुनाव और पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को देखते हुए तकरीबन पूरा देश का राजनीति का माहौल बनाए हुए है। क्षेत्रीय दल हो या कोई राष्ट्रीय पार्टी हर कोई इस चुनाव में अपना सर्वस्य झोंकना चाहता है। कहते हैं राजनीतिक दलों की परीक्षाएं हर 5 साल पर होती हैं और जो इन परीक्षाओं में बेहतर करता है वहीं सरकार बनाता है। अब राजनीतिक दलों की फाइनल एग्जाम की बारी आ गयी है जिसके लिए ये राजनीतिक दल अपनी तैयारियों को धार देने में जुटे हुए है।
लोकसभा चुनाव और आगमी पांच राज्यों के विधान सभा चुनावों के लिए सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी बिसात बिछाना शुरू कर चूके है। इस सियासी य़ुध्द में क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय दल आपने वर्चस्य की लड़ई में अपना सर्वस्य झोंकने की तैयारी में हैं। सियासत के इस रंग मंच पर सभी दल अपने-अपने किरदार को अहम बनाने की पुरजोर कोशिश कर रहे है। एक तरफ जहां भाजपा ने यूपी के लोकसभा चुनावों में 80 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
आज है PDA साइकिल यात्रा :
‘सामाजिक न्याय’ होगा पक्का
जब घूमेगा बदलाव का चक्का! pic.twitter.com/adtElsV9at
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 30, 2023
समाजवादी पार्टी का चुनावी अभियान
वहीं समाजवादी पार्टी भी यूपी में सियासत की बादशाहत पाने के लिए पूरी ताकत के साथ सत्ताधारी दल को टक्कर देने की तैयारी कर रही है। जिसके लिए सपा आगमी लोकसभा चुनाव से लेकर मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपनी सक्रियता दिखा रही है। तो वही लोकसभा चुनाव को लेकर बने इंडिया गठबंधन के धागे धीरे धीरे बिखरने लगे हैं। इसमें शामिल सभी दल अपना नफा नुकसान देखने में लग गए हैं।
मौजूदा हालत को देखते हुए कांग्रेस विकल्प की तलाश में जुट गई है। कांग्रेस सपा के साथ दिख तो रही है लेकिन रालोद और बसपा के वोट बैंक के सहारे ही अपने को आगे बढ़ते देखने की चाहत रखती है। हालांकि इंडिया गठबंधन में बॉस की भूमिका को अदा करने की चाहत रख रही कांग्रेस को सपा ने बड़ा झटका दिया है। जहां एमपी के सियासी रण में सपा ने अपने 50 से ज्यादा प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिये है।
अखिलेश की तैयारियां हैं शानदार
तो वही दूसरी तरफ यूपी में भी आगामी लोकसभा चुनाव 2024 की योजनाओं पर समाजवादी पार्टी ने भी काम करना शुरू कर दिया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव 2024 की लड़ाई के आगाज के पहले प्रदेश में पार्टी के सभी ढिले पेच कसने में जुट गए हैं। सपा प्रमुख खुद अब मैदान में उतरते हुए नजर आ रहे हैं बीते कई महीनों से चल रही सपा जन जागरण यात्रा कई जिलों में हो चुकी है जिसकी कमान खुद सपा प्रमुख ने संभाली थी।
हाल के दिनों में अखिलेश के दिए गए बयानों में भी अखिलेश यूपी में बीजेपी को खुली चुनौती देते हुए नजर भी आ रहे हैं। कांग्रेस से चल रही सपा की तल्खियों को किनारे रख अखिलेश साफ साफ कहते नजर आ रहे हैं कि यूपी में बीजेपी को अगर कोई रोक सकता है तो वो समाजवादी पार्टी ही है। इसको लेकर वो पीडीए का फॉर्मूला भी लेकर आए हैं।
पीडीए फार्मूले से पार्टी में आयेगी जान
घोसी में उपचुनाव जीत के बाद से ही समाजवादी पार्टी के हौसले बुलंद है। जहां सपा का ‘ब्रम्हास्त्र’ PDA यहां सटीक साबित हुआ था। इसी PDA लेकर सपा लोकसभा चुनाव भी साधना चाहती है। माना जा रहा है कि सपा पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक यानी पीडीए के मुद्दे तो प्रमुखता से उठा रही है। उत्तरप्रदेश की 80 लोकसभा चुनाव को साधने के लिए समाजवादी पार्टी ने अलग-अलग रणनीतियों पर विचार कर रही हैं। जहां भाजपा के लिए PDA और जातीय जनगणना फॉर्मूले को अपनाया है। भारतीय जनता पार्टी अब तक जातीय जनगणना के मुद्दे को सफलतापूर्वक डिफेंड कर पा रही है लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव के समय यह मुद्दा और भी गहराता जाएगा। फिलहाल सपा अपने इन मुख्य हथियारों को धार देने की जुगत में लगी है…ताकि लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 सीटों पर अपनी पकी पकाई फसल काट सके।
सामाजिक न्याय हेतु समाजवादी PDA यात्रा। pic.twitter.com/uIjkA8kSFd
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 30, 2023
PDA और सपा की रणनीति
समाजवादी पार्टी ने हाल ही में अपनी नई कार्यकारिणी घोषित की थी इस कार्यकारिणी की घोषणा होने के बाद पहली बड़ी बैठक समाजवादी पार्टी आगामी 1 नवंबर को करने जा रही है। जिसमें पार्टी के 300 बड़े पदाधिकारी शामिल होने जा रहे है। साथ ही साथ इसमें PDA से आने वाले बड़े नेता भी शामिल होंगे। इस बैठक में पड़ा और जाति जनगणना जो समाजवादी पार्टी के आगामी लोकसभा चुनाव में मुख्य हथियार हैं, इसको किस प्रकार से बेहतर इस्तेमाल कर सकते हैं इस पर चर्चा होगी जाति जनगणना का मुद्दा जहां में नीतीश कुमार सरकार ने शुरू किया था अब उसकी आज अप तक भी पहुंच गई है समाजवादी पार्टी और कांग्रेस दोनों ही मिलकर जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं।
जातीय जनगणना के लिए समाजवादी PDA यात्रा। pic.twitter.com/kj8Lk4TWKs
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 30, 2023
जातीय जनगणना पर भाजपा न तो साफ हाँ कह रही है और न ही साफ ना! इस बैठक में यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर सपा रणनीति तैयार करेगी। साथ ही लोकसभा चुनाव-2024 के पहले समाजवादी पार्टी PDA का नारा देकर पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों को साधने की तैयारी में है। इसी उद्देश्य से प्रदेश के 25 जनपदों में सपा साइकिल रैली निकाली है। जिसमें अखिलेश यादव भी आज शामिल हुए। इस रैली का नाम “देश बचाओ-देश बनाओ साइकिल यात्रा” रखा गया है। इस यात्रा को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जनेश्वर मिश्र पार्क तक PDA साईकल यात्रा निकलेंगे जो PDA वर्ग की एकजुट करने का सीधा संदेश होगा।
एक तरफ सपा 2024 के रण से पहले अपनी नाकामियों और खामियों के सभी किल काटे दुरूस्त करने में जुटी है। तो वही देखने वाली बात होगी कि पीडीए के सहारे सत्ताधारी bjpको घेरने में जुटी समाजवादी पार्टी अपने मकसद में किस हद तक कामयाब होगी।