राजस्थान। राजस्थान के भरतपुर में खोह थाना क्षेत्र के निवासी नरेना चौथ मे एक सीआरपीएफ कांस्टेबल महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति के बेहरमी से हत्या कर दी। महिला कांस्टेबल ने जिस प्रेमी के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था , वह भी सीआरपीएफ में है। पति घर पर रहकर खेती – किसानी का काम करता था।
मिली जानकारी के मुताबिक पूनम जाट (32) पत्नी संजय जाट निवासी नरेना चौथ (भरतपुर) सीआरपीएफ में कांस्टेबल है, और दिल्ली में तैनात है। शादी के बाद पूनम ने अपनी अधूरी पढ़ाई ससुराल में पूरी किया। इसमें पूनम का साथ उसके पति संजय ने दिया। उसने अपनी पत्नी को पढ़ाया – लिखाया। पढ़ाई के बाद पूनम को सीआरपीएफ में कांस्टेबल की नौकरी मिल गई। जिसके बाद वह नौकरी करने लगी और वह नागालैंड में तैनात है। जिसके बाद पूनम नौकरी करने नागालैंड चली गई। यहीं पर तैनात सीआरपीएफ के रामप्रताप से पूनम की नजदीकियां बढ़ गई। पूनम का पति घर पर ही रहकर खेती करता था।
महिला कांस्टेबल का चल रहा था प्रेम प्रसंग
पूनम का कई दिनों से रामप्रताप गुर्जर निवासी महताला की ढाणी ग्राम पंचायत लेकड़ी, बानसूर (अलवर) से ढाई साल से प्रेम प्रसंग चल रहा है। रामप्रताप भी सीआरपीएफ में है और नागालैंड में पोस्टेड है। इन दोनों ने संजय को रास्ते से हटाने के लिए प्लानिंग बनाई। पत्नी पूनम ने संजय को दिल्ली बुलाया और दोनों ने मिलकर उसकी बेहरहमी से हत्या कर दी। इसके बाद रामप्रताप संजय का शव लेकर बानसूर पहुंचा। और शव को बाइपास रोड पर विवेकानंद पब्लिक स्कूल के पीछे खाली पड़े प्लॉट में दफना दिया। पुलिस ने रविवार को जमीन खोदकर शव को बाहर निकाला। इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि लाश को दिल्ली से कार से लेकर आरोपी प्रेमी अलवर आया था। यहां उसने अपने नवनिर्मित मकान के पास ही लाश को दफना दिया था।
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शादी के बाद की तैयारी सीआरपीएफ में मिली नौकरी
मृतक संजय के पिता ने बताया कि उसके 2 बच्चे थे। दोनों बच्चों को संजय और परिवार ने मिलकर संभाला। 12वीं की पढाई पूरी होने के बाद संजय के कहने पर पूनम ने सीआरपीएफ की तैयारी शुरू कर दी। 2014 में पूनम का सीआरपीएफ में चयन हो गया था। जिसको लेकर ढाई साल पहले पूनम की पोस्टिंग श्रीनगर में हो गई। इस दौरान वहां उसकी मुलाकात सीआरपीएफ में तैनात रामप्रताप से हुई। रामप्रताप अलवर के बानसूर का निवासी है। धीरे- धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गई पूनम दिल्ली आ गई और रामप्रताप नागालैंड चला गया। लेकिन दोनों के बीच फोन पर बातचीत का सिलसिला चलता रहा।
2 मोबाइल फोन उपयोग करती थी महिला
सीआरपीएफ महिला कांस्टेबल पूनम जबसे प्रेमी रामप्रताप के नजदीकी बढ़ी थी। तबसे वह 2 मोबाइल फोन का उपयोग करने लगी थी। इस दौरान लड़की के ससुराल वालों ने रामप्रताप से बात करते पकड़ लिया था। जिसके बाद उसके बहन और परिजन ने पूंछा तो पूनम ने उसे अपना मुहबोला भाई बताया करती थी। बता दे कि पूनम ने अपने पति संजय को दिल्ली बुलाया था। इस दौरान दोनो ने उसकी हत्या कर दी।
इसके बाद जब परिजनों ने संजय को कॉल किया तो फोन बंद आया। परिजन ने फिर पूनम को कॉल कर संजय के बारे में पूछा, लेकिन पूनम ने बताया कि संजय वहां आया ही नहीं। इसके बाद परिजनों ने चार अगस्त को खोह थाने भरतपुर में संजय की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने पूनम और रामप्रताप पर संजय की हत्या कर शव को छुपाने का शक जताया। पुलिस ने रामप्रताप और पूनम को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने संजय की हत्या करने और शव को दफनाने की बात कबूल कर ली।