औरैया संवाददाता- अमित शुक्ला…
औरैया जिले के बिधूना से है जहां प्राइवेट अस्पताल संचालकों के साथ हो रही अवैध वसूली का बीडियो जमकर हो रहा वायरल आपको बता दें कि स्वास्थ्य के विभाग सीएमओ के द्वारा बिधूना तहसील के नोडल अधिकारी के रूप में सिद्धार्थ वर्मा की तैनाती की गई जिसमें सिद्धार्थ वर्मा के द्वारा आए दिन प्राइवेट अस्पताल एवं मेडिकल संचालकों के यहां छापेमारी की जा रही है।
अवैध वसूली के लिए नियुक्त किया गया…
सिद्धार्थ वर्मा के साथ काम कर रहे बिधूना सीएससी में तैनात स्टाफ नर्स दीनदयाल व पदम सिंह को सिद्धार्थ बर्मा ने अवैध वसूली के लिए नियुक्त किया गया है इसका साफ-साफ एक वीडियो तेजी के वायरल हो रहा है जिसमें डॉ सिद्धार्थ वर्मा के ऑफिस में उनके संरक्षण में काम कर रहे दीनदयाल ने सिद्धार्थ वर्मा से फोन पर वार्ता करते हुए बताया जहा हम लोग छापेमारी करने के लिए गए हैं।
वह अपने ऑफिस में आए हैं तब नोडल अधिकारी डॉक्टर सिद्धार्थ वर्मा ने फोन द्वारा कहा कि इनसे पैसे की बात कर लो जब उससे बात की गई तो उन्होंने ₹5000 के लिए कहा कि सर हमसे सिर्फ ₹5000 ही है तो डॉक्टर सिद्धार्थ वर्मा के द्वारा साफ-साफ कह दिया गया कि अपनी प्रेक्टिस बंद कर दें अन्यथा₹50000 ही लगेंगे देना हो तो दो ना तो अपने घर जाओ वीडियो में देखा जा सकता है।
छापेमारी करने के लिए जाते हैं…
वही ₹15000 देने की बात हुई तो दीनदयाल ने डॉक्टर सिद्धार्थ वर्मा से बात करते हुए कहा सर ₹15000 दे रहे हैं आप बताएं क्या वापस करने है उन्होंने दीनदयाल से कहा कि पैसे आप रख ले तब पीड़ित द्वारा पैसे दीनदयाल को दिए गए तस्वीरों में देखा जा सकता है कि एक लिफाफे में दीनदयाल ने ₹15000 पीड़ित से लेते साफ-साफ देखा जा सकता है।
वहीं उन्होंने कहा कि मैने 200 जगह छापे मारे हैं जिसमें सबसे कम रुपए तुमसे ही लगे डॉक्टर सिद्धार्थ बर्मा के साथ काम कर रहे दीनदयाल ने कहा कि हम पदम सिंह डॉक्टर सिद्धार्थ के साथ छापेमारी करने के लिए जाते हैं अपने रुपए दे दिए अब आपके यहां नहीं आएंगे सब पदम सिंह से रुपए कम करने के बात की तो उन्होंने बताया कि हम अपने अधिकारी के साथ धोका नही करते कहा की 15000 तुमसे लिए है उन्हे 15000 ही बताएं अब इससे काम नहीं हो पाएंगे अब देखने की बात यह है ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।