लखनऊ संवाददाता: मोहम्मद कलीम
Lucknow: हजरतगंज पुलिस ने आईडीएफसी बैंक के सेल्स मैनेजर फिदा मिर्जा और विकास कुरील को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने व्यापारी अंकुर सिंह के दस्तावेज इस्तेमाल कर अपनी ब्रांच से चार लोन पास कराए थे। किस्तें जमा नहीं होने पर बैंक की तरफ से नोटिस मिलने पर व्यापारी ने मुकदमा दर्ज कराया था।
इंस्पेक्टर विक्रम सिंह के मुताबिक 18 अगस्त 2022 को आईआईएम रोड निवासी अंकुर सिंह ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि आईडीएफसी बैंक से उन्हें लगातार फोन कर लोन की किस्त जमा करने के लिए कहा जा रहा है, जबकि उन्होंने लोन लिया ही नहीं है।
Read More: Lucknow: खेत में पिलर उखाड़ कर फेंकने वाले चार आरोपियों पर मुकदमा
पूछताछ में आरोपियों ने बताया
इंस्पेक्टर ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद विवेचना के दौरान सआदतगंज निवासी फिदा मिर्जा और रकाबगंज निवासी विकास कुरील के बारे में पता चला। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लोन कराने पर उन्हें कमीशन मिलता है। इसलिए वह लोग काफी वक्त से यह काम कर रहे हैं। ठगी को अंजाम देने के लिए आधार कार्ड और पैन कार्ड हासिल किए जाते हैं।
फिदा मिर्जा और विकास कुरील आईडीएफसी शाहनजफ ब्रांच में सेल्स मैनेजर है। विवेचक आलोक सिंह के मुताबिक अंकुर की शिकायत पर जांच के दौरान लोन के लिए किए गए आवेदन फार्म मांगे गए। जिसमें आरोपियों के मोबाइल नम्बर दर्ज मिले। फिदा ने पुलिस को बताया कि फार्म भरते के साथ ही बह लोग अपना मोबाइल नम्बर उसमें भरते थे। जिससे वैरिफिकेशन के लिए आने वाला ओटीपी उनके ही नम्बर पर आ जाता था। जिसका इस्तेमाल कर वह लोग लोन पास करा लेते थे।
इंस्पेक्टर ने दी जानकारी
इंस्पेक्टर के मुताबिक फर्जी तरीके से लिए गए लोन की किस्तें जमा नहीं होती। ऐसे में बैंक की तरफ से जिसके नाम पर लोन होता है। उसे कॉल की जाती है। किस्तें जमा नहीं होने पर लोनधारक का सिबिल स्कोर बिगड़ जाता है। जिससे उसे आगे लोन मिलने में दिक्कत होती है।
Read More: UP Police Paper Leak मामले में STF का बड़ा एक्शन,नीरज यादव को किया गिरफ्तार