JP Nadda On Covid Vaccine:कोरोना महामारी प्रकोप के बाद भारत में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ है कोविड के बाद देश में छोटे-छोटे बच्चों से लेकर युवाओं में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ गया है।अचानक डांस करते वक्त तो कभी जिम में एक्सरसाइज करते वक्त आजकल के 30-35 साल के युवाओं की हार्ट अटैक से मौत के मामले सामने आए हैं जिसको लोग कोविड 19 वैक्सीन का असर भी बता रहे हैं।सोशल मीडिया पर इस तरह की कई चर्चाएं हुईं जिसमें लोगों ने बताया कोरोना वैक्सीन की वजह से भारत में हार्ट अटैक से मौतें हो रही हैं लकिन इन दावों और अफवाहों पर अब केंद्री सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का जवाब आ गया है।
भारत में हार्ट अटैक से अचानक मौत का बढ़ा आंकड़ा
राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भारत में अचानक हार्ट अटैक से होने वाली मौतों को लेकर कहा है इसके पीछे कोविड वैक्सीन वजह नहीं है।स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यसभा में आईसीएमआर की रिपोर्ट आने के बाद इस बात का दावा किया है।आईसीएमआर की रिसर्च रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है कि,देश में अचानक हार्ट अटैक से हो रही मौतों के पीछे कोविड वैक्सीन कारण नहीं है रिपोर्ट में इस तरह की मौतों के लिए 5 अलग कारण बताए गए हैं जिसके लिए आईसीएमआर की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी ने 18 से 45 साल के स्वस्थ लोगों पर अध्ययन किया है।
Read more :Bengaluru Engineer Suicide Case मामले में पुलिस ने लिया बड़ा एक्शन, ससुराल वालों पर FIR
स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यसभा में बताए कारण
आईसीएमआर ने 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 47 अस्पतालों में यह रिसर्च की है इसमें 18 से 45 वर्ष के स्वस्थ लोगों पर अध्ययन किया गया जिनकी अचानक मृत्यु हुई थी।अध्ययन के दौरान ऐसे 729 मामलों को सैंपल के रुप में लिया गया जिनकी अचानक मौत हुई थी जबकि 2,916 मामलों को बचा लिया गया था जो हार्ट अटैक के बाद जीवित हैं।आईसीएमआर की इस रिसर्च में पाया गया कि,कोविड-19 वैक्सीन की एक या दो खुराक लेने से अचानक मृत्यु के जोखिम में कमी आई है।
Read more :कौन हैं जौनपुर की फैमिली जज रीता कौशिक? जिसका Atul Subhash के सुसाइड नोट में हुआ जिक्र..
कोविड-19 वैक्सीन अचानक मौतों का कारण नहीं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने राज्यसभा में बताया कि,कोविड वैक्सीनेशन और युवा वयस्कों की अचानक मौत के बीच कोई संबंध नहीं है इसके पीछे उनकी पारिवारिक हिस्ट्री और डेली रूटिन में अपनाई जाने वाली आदतें शामिल हैं।स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि,कोरोना वैक्सीन की एक या दो खुराक लेने से अचानक होने वाली मृत्यु का खतरा कम हुआ है इससे अचानक मौत की संभावना कम हो जाती है।सदन में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया,कोरोना वैक्सीनेशन के साइड इफेक्ट्स को ट्रैक करने के लिए एडवर्स इवेंट फॉलोविंग इम्यूनाइजेशन (AEFI) नाम से एक सर्विलांस सिस्टम भी बनाया गया।